बस्तर में बारिश का कहर, आवागमन के कई रास्ते बंद

जगदलपुर। छत्तसीगढ़ के बस्तर संभाग में लगातार हो रही बारिश से जहाँ एक तरफ जनजीवन अस्त-व्यस्त है वहीं तीन राज्यों से बस्तर का संपर्क टूट चूका है। सुकमा जिले के कोंटा अनुविभागीय दंडाधिकारी बंशी नेताम ने बताया कि इद्रावती, संकनी-डंकनी, शबरी और छोटे नदी-नाले उफान पर हैं। जिसके चलते अंदरूनी इलाकों में आवागमन बंद है। …
जगदलपुर। छत्तसीगढ़ के बस्तर संभाग में लगातार हो रही बारिश से जहाँ एक तरफ जनजीवन अस्त-व्यस्त है वहीं तीन राज्यों से बस्तर का संपर्क टूट चूका है। सुकमा जिले के कोंटा अनुविभागीय दंडाधिकारी बंशी नेताम ने बताया कि इद्रावती, संकनी-डंकनी, शबरी और छोटे नदी-नाले उफान पर हैं। जिसके चलते अंदरूनी इलाकों में आवागमन बंद है। आज चौथे दिन भी हैदाराबाद-जगदलपुर-रायपुर हवाई सेवा बंद है। शबरी नदी का जल स्तर लगातार बढ़ रहा है।
खतरे के निशान से डेढ़ मीटर कम है। गोदावरी नदी का जलस्तर बढ़ जाने से आंध्र-उड़िसा, तेंलगाना से संपर्क टूट चुका है। नेताम ने बताया कि कोंटा में 9 राहत शिविर बनाये गए हैं। कुछ इलाके में राजस्व अमला को कार्यभार सौंपा गया है। पहुंचविहीन अंदरूनी इलाकों में स्थानीय युवकों की एक टीम बनाई गई है; जो अपने अपने गांव का सतत् निगरानी रखे हैं जिनका संपर्क सीधा कोंटा मुख्यालय से है। उन्होंने बताया कि स्थिति ऐसी ही रही तो शाम तक लोगों को राहत शिविर में लाया जायेगा।
बस्तर जिले में इद्रावती का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है वर्तमान में जलस्तर 6 मीटर है जो डेंजर लेवल से 2 मीटर कम है। नारायणपुर जिले के अबूझमाड़ पहुंचविहीन इलाके में नदी-नाले उफान पर हैं, आवागमन अवरूद्ध है। हैदाराबाद-जगदलपुर-रायपुर हवाई सेवा चौथे दिन भी बंद है। मौसम विभाग की चेतावनी के बाद एयर, एलायंस ने गोरखपुर से ही उड़ान नहीं भरने का फैसला किया। स्टेशन इंचार्ज पवन शर्मा ने बताया कि मौसम की खराबी के चलते या तो निरस्त किया गया फिर रिशेड्यूल किया गया।
वर्षा के दिनों में वैसे भी उड़ान में समस्या बनी रहती है। यहां पर मौसम विभाग से लगातार एक साल से इस बात की मांग की जा रही है कि वे विजिबिलिटी को लेकर रियात दी जाए। एलायंस का दावा है कि चार से साढ़े चार हजार मीटर में भी यदि क्लियरेंस मिलता है तो वे आसानी से अपने विमान की लैडिंग कर सकते हैं।