बरेली: छह साल में सिर्फ 16 हजार दिव्यांगों ने बनवाए यूडीआईडी कार्ड

अमृत विचार, बरेली। फर्जी तरीके से दिव्यांग बनकर कोई योजनाओं का लाभ न ले सके, इसके लिए दिव्यांगों के लिए यूडीआईडी यानी (विशिष्ट दिव्यांग पहचान पत्र) अनिवार्य किया जा चुका है। कार्ड के जरिये रोडवेज बस का सफर समेत तमाम सुविधाएं दिव्यांगों को दी जाती हैं, मगर खास बात यह है कि छह साल में …
अमृत विचार, बरेली। फर्जी तरीके से दिव्यांग बनकर कोई योजनाओं का लाभ न ले सके, इसके लिए दिव्यांगों के लिए यूडीआईडी यानी (विशिष्ट दिव्यांग पहचान पत्र) अनिवार्य किया जा चुका है। कार्ड के जरिये रोडवेज बस का सफर समेत तमाम सुविधाएं दिव्यांगों को दी जाती हैं, मगर खास बात यह है कि छह साल में अब तक सिर्फ 16 हजार दिव्यांग ही यूडीआईडी कार्ड बनवा पाए हैं । जिले में 38,527 दिव्यांग हैं। इनमें 27 हजार पेंशनधारक हैं। अफसरों के अनुसार वर्ष 2016 से यूडीआईडी कार्ड बनाए जा रहे हैं, मगर दिव्यांग कार्ड बनवाने में दिलचस्पी नहीं ले रहे हैं। हालांकि, कार्ड बनाने के लिए पंचायत स्तर पर शिविर लगाए जा रहे हैं। विभाग की ओर से प्रचार-प्रसार भी किया जा रहा है।
पूरा डाटा होगा ऑनलाइन
दिव्यांगों को विशिष्ट पहचान दिलाने के लिए केंद्र सरकार यूडीआईडी कार्ड बना रही है । यह स्मार्ट कार्ड की तरह होता है, इसमें चीप लगी होगी। उस कार्ड में दिव्यांग की पूरी जानकारी होगी। जिससे दिव्यांग की पहचान कार्ड के माध्यम से होती है । उन्हें अपनी पहचान दिखाने के लिए दिव्यांग प्रमाण-पत्र लेकर घूमने से छुटकारा मिल जाएगा।
यूडीआईडी कार्ड के लाभ
– यूडीआईडी कार्डधारी दिव्यांगजनों को राष्ट्रव्यापी पहचान ।
– सरकारी कल्याणकारी योजनाओं के लाभ तक सुलभ पहुंच ।
– निशुल्क प्रदेश रोडवेज बस यात्रा ।
ऐसे करें आवेदन
आप किसी भी जनसेवा केंद्र अथवा अपने स्वयं के मोबाइल से यूडीआईडी पोर्टल पर http://swavlambanudidcard.gov.in पर लॉगिन करें। जहां आपको एक फार्म मिलेगा, आप इसे भरें, जब आपका फार्म पूर्ण हो जाएगा तो आपको एक एनरॉलमेंट नंबर (0919,00000,2106,0541047 नमूना) जारी होगा वो आपको हमेशा संभाल कर रखना है, यही आपका आवेदन संख्या है। जिसकी सूचना आपके रजिस्टर्ड मोबाइल पर प्राप्त होगी। इसके बाद कार्यालय मुख्य चिकित्साधिकारी द्वारा आपके प्रमाण पत्र का सत्यापन कर आपको एक डिजिटल प्रमाण पत्र एवं बस में यात्रा करने के लिए यूडीआईडी कार्ड जारी कर दिया जाएगा। जिसके जारी होने की सूचना आपको रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर प्राप्त हो जाएगी।
योगेश पांडेय, जिला दिव्यांगजन सशक्तिकरण अधिकारी-
पहले सीएमओ के माध्यम से दिव्यांग प्रमाण पत्र बनाया जाता था। जिससे यात्रा आसानी से हो जाती थी, लेकिन अब यूडीआईडी (विशिष्ट दिव्यांग पहचान पत्र) अनिवार्य कर दिया गया है। अब तक 16 हजार लोगों ने ही यूडीआईडी कार्ड बनवाए हैं।
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