मेहनत, ईमानदारी और लगन से ही सफलता संभव: डॉ. केशव कुमार अग्रवाल

मेहनत, ईमानदारी और लगन से ही सफलता संभव: डॉ. केशव कुमार अग्रवाल

लखनऊ, अमृत विचार। मेहनत, ईमानदारी और पूरी लगन से किया हुआ कोई भी कार्य अवश्य ही सफलता देता है। अगर किसी काम में मुश्किल आती भी है तो याद रखिये उसका समाधान भी साथ में होता है। आवश्यकता है ऐसे वक्त में मनोबल बनाये रखने और आगे का रास्ता तलाशने की। जिस काम को आपने …

लखनऊ, अमृत विचार। मेहनत, ईमानदारी और पूरी लगन से किया हुआ कोई भी कार्य अवश्य ही सफलता देता है। अगर किसी काम में मुश्किल आती भी है तो याद रखिये उसका समाधान भी साथ में होता है। आवश्यकता है ऐसे वक्त में मनोबल बनाये रखने और आगे का रास्ता तलाशने की। जिस काम को आपने करने की ठानी है उसकी शुरुआत पूरे आत्मविश्वास के साथ करनी चाहिये। इसके लिए डर के आगे जीत है, के वाक्य को आत्मसात करना होगा।

ये विचार प्रख्यात कैंसर सर्जन एवं बरेली इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी के कुलाधिपति एवं अमृत विचार समूह (समाचार पत्र) के अध्यक्ष डॉ. केशव कुमार अग्रवाल ने प्रकट किये। बतौर मुख्य अतिथि डॉ. अग्रवाल मंगलवार को स्थानीय लोक निर्माण विभाग के विश्वेश्वरैया सभागार में आयोजित यूपी रत्न आत्मनिर्भर आवार्ड–2022 समारोह में उपस्थित लोंगों को संबोधित कर रहे थे। डॉ. केशव अग्रवाल को शिक्षा एवं चिकित्सा क्षेत्र में बेहतरीन कार्य करने के लिए यूपी रत्न आत्मनिर्भर पुरस्कार से सम्मानित किया गया। पुरस्कार के रूप में शील्ड और ट्रॉफी प्रदान की गई।

इस दौरान डॉ. केशव कुमार अग्रवाल ने अपने बातों से युवाओं को यह कर प्रेरित किया कि अगर मन में सच्ची लगन हो तो कोई भी लक्ष्य कठिन नहीं होता। किसी भी व्यवसाय या क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनने के लिए ईमानदारी के साथ साहस दिखाना ही मूलमंत्र है। लोगों को प्रेरित करने की इस कड़ी में डॉ. अग्रवाल ने सफलता के कदम चूमने से पहले अपनी ही जिंदगी की विभिन्न कठनाईयों को साझा किया। बताया कि, किस तरह पचास साल पहले उनका शुरुआती जीवन बड़ी गरीबी और कठनाईयों में गुजरा।

डॉ. अग्रवाल ने बताया कि बतौर कैंसर सर्जन मुझे प्रैक्टिस करते आज 41 साल हो गये लेकिन मेरी ऑपरेशन टेबल पर कभी किसी मरीज की जान नहीं गई। उत्तर प्रदेश को ही अपनी कर्मस्थली बनाकर हमारे चिकित्सा और शिक्षा क्षेत्र के बड़े संस्थान सभी की सेवा कर रहे हैं। मुश्किलें जब भी आतीं हैं मैं इश्वर को सच्चे मन से याद करता हूं और रास्ता स्वत: मेरे सामने निकल आता है। उन्होंने कहा कि सभी को कठनाई या संकट आने पर अपने-अपने इष्टदेव को याद कर आगे बढ़ना चाहिये।

अपने-अपने व्यवसाय में आत्मनिर्भर बनें युवा: नम्रता पाठक
यूपी रत्न आत्मनिर्भर अवार्ड समारोह में उप-मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक की पत्नी नम्रता पाठक ने भी विचार प्रकट किये। उन्होंने आत्मनिर्भर पुरस्कार प्राप्त करने वालों को शुकामनाएं देते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रेरणा से सभी को आगे बढ़ने के लिए उत्साहित किया। कहा कि सभी ने अपनी मेहनत से इस मुकाम को हासिल किया है। खासकर युवाओं से उन्होंने अपने-अपने व्यवसाय में पूरी ताकत से जुटकर आत्मनिर्भर बनने और देश-पद्रेश का नाम रोशन करने की अपील की। नम्रता पाठक ने बतौर मुख्य अतिथि आमंत्रित अपने पति उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक की यहां गैरमौजूदगी में उनका प्रतिनिधित्व किया।

इन विभूतियों को भी मिला सम्मान
यूपी रत्न आत्मनिर्भर आवार्ड–2022 से प्रदेश की जिन अन्य विभूतियों को सम्मानित किया गया उनमें मनोज मुरारका, राजीव कुमार सिंह, गीत सेठी, सबीन एहसान, अमीद मुराद, संजय आनन्द, डॉ.सलाउद्दीन, रुचि सन्धु, डॉ.मोनिका अग्रवाल, डॉ.रोहित एलानि, ऋषभ मिश्रा, डॉ.मनोज सिंह, केवी हरिहरन, डीडी मौर्या के नाम प्रमुख रहे। इन सभी को अलग-अलग क्षेत्रों में सफलता हासिल करने के लिए पुरस्कृत किया गया। कार्यक्रम का आयोजन बरेली इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी व हैशटैग न्यूज के संयुक्त तत्वाधान में किया गया था।

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