अयोध्या: राम मंदिर की सुरक्षा में टेक्नोलॉजी का होगा इस्तेमाल, परिंदा भी नहीं मार सकेगा पर

अयोध्या। श्रीराम जन्मभूमि में रामलला व दर्शनार्थियों की सुरक्षा व्यवस्था को हाईटेक बनाने के लिए टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जाएगा। सुरक्षा घेरा ऐसा तैयार करने की योजना बन रही है ताकि कोई परिंदा भी पर न मार सके। सोमवार को श्रीराम जन्मभूमि की स्थाई सुरक्षा समिति की बैठक में इन्हीं सब बातों पर मंथन हुआ …
अयोध्या। श्रीराम जन्मभूमि में रामलला व दर्शनार्थियों की सुरक्षा व्यवस्था को हाईटेक बनाने के लिए टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जाएगा। सुरक्षा घेरा ऐसा तैयार करने की योजना बन रही है ताकि कोई परिंदा भी पर न मार सके। सोमवार को श्रीराम जन्मभूमि की स्थाई सुरक्षा समिति की बैठक में इन्हीं सब बातों पर मंथन हुआ व कुछ पर मुहर भी लगी। साथ ही अयोध्या आने वाले श्रद्धालु को किसी प्रकार की दिक्कत न आए इसलिए कुछ और बिंदुओं पर भी चर्चा हुई।
श्रीराम जन्मभूमि की स्थाई सुरक्षा समिति की बैठक कार्यशाला में 11 बजे शुरू हुई। बैठक की अध्यक्षता एडीजी सुरक्षा बीके सिंह ने की। राम मंदिर परिसर का निरीक्षण करने के बाद उन्होंने बताया कि रामलला के मंदिर निर्माण के बाद कैसा स्ट्रक्चर होगा इस पर बैठक में मंथन हुआ है। स्टेट व सेंट्रल फोर्स के आपस में तालमेल के साथ सुरक्षा का खाका तैयार किया जाएगा। ट्रस्ट के पदाधिकारियों ने सुरक्षा पर बिंदुवार चर्चा की। ट्रस्ट अपना अंतिम निर्णय कर रहा है।
एडीजी जोन बृज भूषण ने बताया कि बैठक में सभी सुरक्षा दस्ते मौजूद थे। राम मंदिर की सुरक्षा के साथ श्रद्धालुओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सुरक्षा का खाका तैयार किया गया है। रामलला की सुरक्षा को हाईटेक किया जाएगा। इसके लिए सीआईएसएफ ने प्लान तैयार किया है। राम मंदिर निर्माण के बाद रामलला की सुरक्षा को तकनीकी से जोड़ने के लिए मंथन हुआ है। सुरक्षा को लेकर अंतिम मुहर लग चुकी है अब शासन को प्रस्ताव भेजा जाएगा, जिसे डिसक्लोज नहीं किया जा सकता।
वहीं राम जन्म भूमि के आसपास की बिल्डिंगों को हटाए जाने पर बोलते हुए कहा कि अभी ऐसी कोई व्यवस्था नहीं है जो लोग राम जन्म के आसपास निवास कर रहे हैं उनको किसी तरीके की असुविधा ना हो। बैठक में एडीजी लॉ एंड ऑर्डर, आईजी, डीआईजी पीएसी के वरिष्ठ अधिकारी, सीआरपीएफ के वरिष्ठ अधिकारी, खुफिया विभाग के सभी विंग के अफसर व श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय व अन्य सदस्य मौजूद रहे। जिला प्रशासन की ओर से मंडलायुक्त नवदीप रिनवा, डीआईजी अमरेंद्र प्रसाद सिंह, जिलाधिकारी नितीश कुमार व एसएसपी प्रशांत वर्मा मौजूद रहे।
वन-वे और टू-वे की भी रहेगी व्यवस्था
एडीजी जोन बृज भूषण ने बताया कि अयोध्या आने वाले पर्यटकों व श्रद्धालुओं को किसी तरह की तकलीफ न हो। इसके लिए रूट प्लान भी तैयार किया जाएगा। कौन सा मार्ग वन वे होगा और कौन सा टू वे इस बात को लेकर भी विचार विमर्श किया गया है। उन्होंने बताया कि कांवड़ यात्रा को लेकर भी पुलिस लाइन में मीटिंग हुई। कांवड़ियों को किसी भी तरह की परेशानी नहीं होगी। जल लेने से लेकर चढ़ाने तक की सुविधाएं दी जाएंगी।
दर्शन मार्ग पर जल्द शुरू होगा काम
रामलला की स्थायी सुरक्षा बैठक के बाद निकले ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा कि सीआईएसफ को सरकार ने रामलला की सुरक्षा की जिम्मेदारी सौंपी थी। श्रद्धालुओं में पुलिसिंग का खौफ नहीं होना चाहिए। राम जन्मभूमि परिसर की सुरक्षा में नहीं ढिलायी नहीं बरती जा सकती। बैठक के दौरान यात्री वाहनों की पार्किंग, यात्रियों के सामान की सुरक्षा को लेकर विचार हुआ। रामलला के बन रहे नए दर्शन मार्ग पर भी संक्षिप्त चर्चा हुई। दर्शन मार्ग पर जल्द ही काम शुरू होगा।
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