लखनऊ समेत प्रमुख जिलों के राजस्व को नुकसान पहुंचा रहे डग्गामार वाहन…जानें क्या है पूरा मामला

लखनऊ समेत प्रमुख जिलों के राजस्व को नुकसान पहुंचा रहे डग्गामार वाहन…जानें क्या है पूरा मामला

लखनऊ । परिवहन विभाग को भारी नुकसान पहुंचा रहे डग्गामार वाहनों की निगरानी तीसरी आंख करेगी। इसके लिए विभाग आईटीएमएस सर्वर यानि इंट्रीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम में इन वाहनों का डाटा फीड किया जा रहा है। असल में टैक्स चोरी पर रोकथाम लगाने के लिए के लिए यह व्यवस्था आगरा में सबसे पहले लागू की …

लखनऊ । परिवहन विभाग को भारी नुकसान पहुंचा रहे डग्गामार वाहनों की निगरानी तीसरी आंख करेगी। इसके लिए विभाग आईटीएमएस सर्वर यानि इंट्रीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम में इन वाहनों का डाटा फीड किया जा रहा है। असल में टैक्स चोरी पर रोकथाम लगाने के लिए के लिए यह व्यवस्था आगरा में सबसे पहले लागू की गई थी।

यूपी परिवहन निगम के अधिकारियों की मानें तो वैश्विक महामारी के दौरान सैंकड़ों डग्गामार वाहन दूसरे जनपदों में चलते मिले। जांच में पता चला इन वाहनों की एनओसी किसी अन्य जनपद की है लेकिन वो गैर जनपद में चल रहे हैं। जिसका असर विभाग के राजस्व पर भी पड़ा है। बिना परमिट के बड़ी संख्या में डग्गामार वाहन सवारियां ढो रही हैं। ऐसे में स्टाफ की कमी के चलते विभाग इन वाहनों को पकड़ नही पा रहा है।

बता दें कि यूपी के 16 जनपदों मे आईटीएमएस सर्वर लागू हैं। अभी तक इनका इस्तेमाल सिर्फ ट्रैफिक पुलिस कर रही है, लेकिन अब परिवहन निगम बिना परमिट वाले वाहनों के नंबर को ट्रेस कर उनका डाटा फीड करेगा। आईटीएमएस के कैमरे में कैद होने के बाद ऑटोमेटिक गाड़ी सीज हो जाएंगी।

बता दें कि राजधानी लखनऊ समेत वाराणसी, प्रयागराज, कानपुर, आगरा, अलीगढ़, झांसी, बरेली, सहारनपुर, मुरादाबाद, शाहजहांपुर, मेरठ, फिरोजाबाद, मथुरा, वृंदावन, अयोध्या, और गोरखपुर में आईटीएमएस सर्वर संचालित है। हाल ही में मुख्य सचिव को आगरा के परिहन आयुक्त ने एक डेमो दिया था। इसमें आईटीएमएस की मदद से ट्रैफिक मैनेजमेंट, चोरी के वाहनों की धर-पकड़, अवैध तरीके से दौड़ रहे वाहनों और टैक्स बकाएदार वाहनों को आसानी ट्रेसकर पकड़ा जा रहा है।

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