बाजपुर: सुरक्षाकर्मी के डंडा दिखाने पर भड़क उठीं आशा कार्यकर्ता, अस्पताल में हंगामा

बाजपुर, अमृत विचार। मरीज देखने को लेकर सरकारी अस्पताल में महिला चिकित्सक व आशाओं के बीच विवाद हो गया। आरोप है कि ड्यूटी पर तैनात सुरक्षा कर्मी ने आशाओं को मारने के लिये डंडा दिखा दिया, जिससे वह आक्रोशित होकर हंगामा काटने लगी। काफी देर तक चले शोरशराबे के बाद सीएमएस डॉ. पंकज माथुर ने …
बाजपुर, अमृत विचार। मरीज देखने को लेकर सरकारी अस्पताल में महिला चिकित्सक व आशाओं के बीच विवाद हो गया। आरोप है कि ड्यूटी पर तैनात सुरक्षा कर्मी ने आशाओं को मारने के लिये डंडा दिखा दिया, जिससे वह आक्रोशित होकर हंगामा काटने लगी। काफी देर तक चले शोरशराबे के बाद सीएमएस डॉ. पंकज माथुर ने दोनों पक्षों से वार्ता कर मामले को शांत किया। आशाओं ने सात सूत्रीय मांग पत्र सौंपते हुए इसी के अनुरूप व्यवस्था बनाने का अनुरोध किया है। आशाओं ने महिला चिकित्सक पर अव्यवहारिक होने का आरोप भी लगाया।
शुक्रवार को सरकारी अस्पताल में महिला चिकित्सक के कक्ष के बाहर महिला मरीजों की काफी भीड़ थी। आशाओं के अनुसार महिला स्वास्थ्य कर्मी द्वारा वास्तविक मरीज का नंबर काटकर मनमर्जी से अंदर भेजा जा रहा था। आशाओं ने विरोध किया तो महिला चिकित्सक भी बाहर आ गई। उन्होंने इस माहौल में मरीज देखने से इंकार कर दिया। आशाओं को खरी-खोटी सुनाई। कुछ ही देर में काफी संख्या में कार्यकर्ता जुट गई। जिन्होंने महिला चिकित्सक पर अव्यवहारिक होने व इमरजेंसी होने के बावजूद भी मरीज को देखने में प्राथमिकता नहीं देने का आरोप लगाया। इसी बीच आशाओं की शिकायत पर भाजपा के मंडल अध्यक्ष विकास गुप्ता व भाजयुमो नेता अनंत जैन अपने समर्थकों के साथ अस्पताल पहुंच गए। उन्होंने आशाओं को साथ लेकर सीएमएस का घेराव किया। इस दौरान वहां मौजूद महिला स्वास्थ्य कर्मियों से आशाओं व भाजयुमो नेता अनंत जैन की तीखी बहसबाजी भी हुई। सीएमएस डॉ. पंकज माथुर ने दोनों पक्षों के बीच समझौता किया। आशाओं ने महिला स्वास्थ्य कर्मी की ड्यूटी चिकित्सक कक्ष के बाहर से हटाने, मरीजों व आशाओं से व्यवहार बनाए रखने, चिकित्सकों के समय से पहुंचने समेत सात सूत्रीय मांग पत्र सौंपा।