बरेली: बायोमैट्रिक से 75 फीसदी हाजिरी होने पर ही मिलेगी छात्रवृत्ति

बरेली: बायोमैट्रिक से 75 फीसदी हाजिरी होने पर ही मिलेगी छात्रवृत्ति

बरेली, अमृत विचार। माध्यमिक शिक्षा परिषद के छात्रों को मिलने वाली छात्रवृत्ति में धांधलेबाजी रोकने के उद्देश्य से तकनीकी का सहारा लेने की तैयारी की जा रही है। जुलाई से स्कूलों में यह व्यवस्था लागू कर दी जाएगी। इसके अंतर्गत माध्यमिक स्कूलों में प्रवेश लेने के बाद परीक्षा तक कॉलेज न आने वाले छात्रों की मुश्किलें बढ़ने …

बरेली, अमृत विचार। माध्यमिक शिक्षा परिषद के छात्रों को मिलने वाली छात्रवृत्ति में धांधलेबाजी रोकने के उद्देश्य से तकनीकी का सहारा लेने की तैयारी की जा रही है। जुलाई से स्कूलों में यह व्यवस्था लागू कर दी जाएगी। इसके अंतर्गत माध्यमिक स्कूलों में प्रवेश लेने के बाद परीक्षा तक कॉलेज न आने वाले छात्रों की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं। अब छात्रों को उपस्थित या अनुपस्थित कहकर नहीं बल्कि बायोमैट्रिक के जरिए अपनी हाजिरी दर्ज करानी पड़ेगी। अगर किसी भी छात्र की हाजिरी 75 फीसदी से कम होगी तो उन्हें छात्रवृत्ति से वंचित रखा जाएगा। इसको लेकर कॉलेजों में तैयारियां शुरू कर दी गईं हैं।

शिक्षकों की हाजिरी बायोमैट्रिक करने के बाद अब छात्र-छात्राओं की हाजिरी भी बायोमैट्रिक कर दी गई है। माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के अंतर्गत जिले में कुल 414 कॉलेज पंजीकृत हैं। इनमें 360 कालेज निजी व वित्तविहीन श्रेणी के संचालित हैं और 54 कॉलेज सरकारी हैं। माध्यमिक विद्यालयों में तैनात शिक्षकों द्वारा समय से न पहुंचने की अक्सर मिलने वाली शिकायत का समाधान करते हुए उनकी हाजिरी बायोमैट्रिक कर दी गई है तो अब कॉलेज में पढ़ने वाले छात्रों को भी बायोमैट्रिक से हाजिर लगानी पड़ेगी।

अगर जो छात्र बायोमैट्रिक पर हाजिरी नहीं लगाएगा। उसे अनुपस्थित माना जाएगा। भले ही वह कॉलेज क्यों न आया हो। इसकी निगरानी करने के लिए एप को तैयार कराया गया है। डीआईओएस कार्यालय में एक कंट्रोल रूम भी स्थापित किया जाएगा। जहां से जिलेभर के स्कूलों की निगरानी की जाएगी। इसके लिए सभी कॉलेजों के प्रधानाचार्य को निर्देशित किया गया है कि वह अपने कॉलेज में पढ़ने वाले छात्रों का डाटा ण्कत्र कर लें। जिसके बाद सभी का अंगूठा अपलोड कराया जाएगा। जिसके बाद यह प्रक्रिया को सख्ती से लागू की जाएगी।

शिक्षा की गुणवत्ता में आएगा सुधार
शासन के इस फैसले से कॉलेज की शिक्षा गुणवत्ता में सुधार आएगा। इसके अलावा शिक्षक भी समय से छात्र-छात्राओं की कक्षाओं में नियमित रूप से पहुंचेंगे। अभी तक छात्र रजिस्टर पर हाजिरी लगाने के बाद गायब हो जाते थे। अधिकांश काॅलेजों में छात्र मनमाने तरीके से आते-जाते हैं। कई जगह तो छात्र-छात्राएं सिर्फ प्रवेश लेने जाते हैं, इसके बाद परीक्षा के समय ही काॅलेज पहुंचते हैं। इस आदेश के के बाद छात्र-छात्राओं की मनमानी पर अंकुश लगेगा। जिनकी हाजिर 75 फीसदी से कम होगी। उन्हें परीक्षा तक में शामिल न होने का आदेश कर दिया गया है।

कभी-कभी कॉलेज जाने वाले भूल जाएं छात्रवृत्ति
कॉलेज में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं को दशमोत्तर छात्रवृत्ति योजना का लाभ दिया जाता है। मगर, 75 फीसदी बायोमैट्रिक हाजिरी होने के बाद ही उन्हें छात्रवृत्ति का लाभ मिल सकेगा। इसके लिए समाज कल्याण विभाग ने सभी शिक्षण संस्थानों को बायोमैट्रिक हाजिर लगाने के निर्देश दिए हैं। साथ ही निर्देश दिए हैं कि शिक्षण संस्थाओं में बायोमैट्रिक मशीन लगने के साथ ही कक्षाओं में 75 प्रतिशत उपस्थिति अनिवार्य होगी। उसी आधार पर संबंधित छात्र-छात्राओं को छात्रवृत्ति दी जाएगी। वरना उन्हें छात्रवृत्ति नहीं दी जाएगी।

शासन ने अब माध्यमिक शिक्षा के कॉलेजों को ऑनलाइन से जोड़ने का काम किया है। इससे पारदार्शिता आएगी। सभी कॉलेजों के प्रधानाचार्य को बायोमैट्रिक लगवाने के निर्देश दिए गए हैं। निगरानी के लिए कंट्रोल रूम भी बनाया जा रहा है। काम शुरू कर दिया है। जल्द ही सभी में लागू कर दिया जाएगा- डा. मुकेश कुमार सिंह, डीआईओएस।

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