संभल: सदीरनपुर के खूनी संघर्ष में चार गिरफ्तार, भेजा जेल

संभल/अमृत विचार। असमोली थाना क्षेत्र में मंगलवार की सुबह ईद की नमाज के बाद दो गुटों में पुराने विवाद को लेकर हुए खूनी संघर्ष में पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा है। वहीं संघर्ष में घायल हुए तीन बच्चों समेत पांच लोगों का उपचार चल रहा है। एहतियात के तौर पर गांव …
संभल/अमृत विचार। असमोली थाना क्षेत्र में मंगलवार की सुबह ईद की नमाज के बाद दो गुटों में पुराने विवाद को लेकर हुए खूनी संघर्ष में पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा है। वहीं संघर्ष में घायल हुए तीन बच्चों समेत पांच लोगों का उपचार चल रहा है। एहतियात के तौर पर गांव की गलियों में भी सिपाही मुस्तैद हैं। पुलिस का दावा है कि अन्य आरोपियों को भी जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।
दरअसल, सदीरनपुर गांव में 15 दिन पहले फिरोज और रागिब के बीच मजदूरी में मिले पैसे के बंटवारे को लेकर विवाद हुआ था। पुलिस ने दोनों पक्षों पर 107/16 की कार्रवाई की थी। इसके बाद से दोनों पक्षों में तनाव रहने लगा। मंगलवार को इसी बात को लेकर ईद की नमाज के बाद रागिब और पूर्व प्रधान के भाई आकिल की फिरोज से कहासुनी हो गई। मौके पर मौजूद लोगों ने किसी तरह दोनों पक्षों को समझा बुझाकर शांत कर दिया।
विवाद की सूचना आकिल के भाई पूर्व प्रधान कासिम को मिली तो वह आक्रोशित हो गया। गुस्साया कासिम अपने गुट के लोगों को एकत्र करके फिरोज के घर की ओर गया। इस दौरान दोनों ओर से जमकर फायरिंग और पथराव हुआ। इसमें फिरोज पक्ष के गुलाम मुर्तजा और मुजीब (12 वर्ष) गोली लगने से घायल हो गए, जबकि फिरोज, साहिल (14 वर्ष) और उजमा (9 वर्ष) के छर्रे लगे थे। मुरादाबाद और संभल में घायलों का इलाज चल रहा है। विवाद में पुलिस ने दोनों पक्षों की ओर से मुकदमा दर्ज किया। बुधवार को पुलिस ने कासिम पक्ष से रागिब, हाशिम और मोहसिन और फिरोज पक्ष से मुंताजिर को अलग-अलग स्थानों से गिरफ्तार कर जेल भेजा है।
विवाद का मुख्य आरोपी कासिम पुलिस की पकड़ से दूर
सदीरनपुर गांव में पुराने विवाद को लेकर दो पक्षों में हुए खूनी संघर्ष का मुख्य आरोपी पूर्व प्रधान कासिम पुलिस की पकड़ से दूर है। पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी के लिए दबिश दी है। पुलिस के अनुसार कासिम पर कई आपराधिक मुकदमे चल रहे हैं। उसको पुलिस ने काफी समय पहले से हिस्ट्रीशीटर घोषित कर रखा है। कासिम से गांव वाले खौफ खाते हैं।
वह खुलेआम अवैध असलहा लेकर गांव में घूमता है, लेकिन कभी उसके खिलाफ किसी की बोलने की हिम्मत नहीं हुई। ग्रामीणों के अनुसार मंगलवार को हुए विवाद में कासिम की अहम भूमिका थी। दरअसल रागिब उसका समर्थक है और फिरोज ने उसको चुनाव में सपोर्ट नहीं किया, इसलिए वह चाहता था कि फिरोज उसके घर आए और फैसले के लिए उसकी खुशामद करे। उसने कई बार फिरोज को बुलाया भी था, लेकिन वह उसके घर नहीं गया। इससे वह फिरोज से बेहद नाराज था। नतीजतन वर्चस्व की लड़ाई खूनी संघर्ष में बदल गई।
सदीरनपुर गांव में हुए संघर्ष में दोनों पक्षों से चार लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा है। एहतियात के तौर पर गांव में पुलिस बल तैनात है और गांव में शांति व्यवस्था कायम है। विवाद में शामिल अन्य आरोपियों को भी जल्द गिरफ्तार किया जाएगा। -विद्युत गोयल, प्रभारी निरीक्षक, असमोली
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