हल्द्वानी: सार्वजनिक स्थानों पर मास्क पहनना अनिवार्य, वरना देना होगा जुर्माना, जिलाधिकारी ने जारी किया आदेश

हल्द्वानी, अमृत विचार। कोरोना महामारी अभी खत्म नहीं हुई है। पूरी दुनिया पिछले 2 साल से ज्यादा वक्त से इस महामारी से जूझ रही है। समय-समय पर कोरोना के नए वेरिएंट सामने आ रहे हैं। अब एक बार फिर कोरोना के नए वेरिएंट को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने चिंता बढ़ा दी है। कोरोना का नया …
हल्द्वानी, अमृत विचार। कोरोना महामारी अभी खत्म नहीं हुई है। पूरी दुनिया पिछले 2 साल से ज्यादा वक्त से इस महामारी से जूझ रही है। समय-समय पर कोरोना के नए वेरिएंट सामने आ रहे हैं। अब एक बार फिर कोरोना के नए वेरिएंट को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने चिंता बढ़ा दी है। कोरोना का नया वेरिएंट BA.2 जिसे XE वेरिएंट कहा जा रहा है।

ऐसे में जिला प्रशासन ने एक बार फिर सार्वजनिक स्थानों पर मास्क को अनिवार्य कर दिया है। जिलाधिकारी धीराज गर्ब्याल की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि हर व्यक्ति के लिए पहले की तरह सार्वजनिक स्थानों अथवा घर के बाहर मास्क, गमछा, रुमाल या दुपट्टा, स्कार्फ पहनना अनिवार्य है। साथ ही सार्वजनिक स्थान पर थूकना प्रतिबंधित किया गया है। आदेश के उल्लंघन पर 500 से एक हजार तक जुर्माना वसूला जाएगा। यह आदेश तत्काल प्रभाव से लागू कर दिया गया है।
बताते चलें कि विश्व स्वास्थ्य संगठन भी इस नए वेरिएंट XE की पुष्टि कर चुका है। अगले महीने यानि मई में उत्तराखंड में ओमिक्रान के नए वैरिएंट एक्सई के मामले तेजी से सामने आ सकते हैं। बताया जा रहा है कि इन नए वैरिएंट के संक्रमण की दर ओमिक्रान से दोगुनी होगी। एम्स ऋषिकेश ने जून से जुलाई के बीच संक्रमण के चरम काल में पहुंचने की आशंका जताई है। इन सबके बीच बात अगर नैनीताल जिले की करें तो यहां भी स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन अलर्ट हो गया है। सुरक्षा की दृष्टि से एक बार फिर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने जमीनी स्तर पर तैयारियां शुरू कर दी हैं।
एसीएमओ रश्मि पंत ने बताया कि कोरोना की चौथी लहर से निपटने की तैयारियों को लेकर मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा बैठक की जानी है। जिसके बाद सभी स्कूलों और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को ज़रूरी दिशा निर्देश दिए जायेंगे। उन्होंने कहा कि छोटे बच्चे अभी स्कूल जा रहे हैं तो मास्क पहन कर जायें साथ ही समय समय पर सैनीटाईज़र और सोशल डिस्टेंसिंग का भी पालन करें। उन्होंने कहा कि मिनी स्टेडियम और बेस हॉस्पिटल में टेस्टिंग बढ़ाई जा रही है। साथ ही 60 वर्ष के ऊपर के व्यक्तियों को बूस्टर डोज़ लगाई जा रही हैं। वही दिव्यांग व्यक्तियों को होम वैक्सिनेशन की सुविधा भी दी जा रही है।
बताते चलें कि उत्तराखंड में फिलहात कोरोना के 80 सक्रिय मामले हैं। नैनीताल में पांच, चमोली में दो और बागेश्वर, चम्पावत, पौड़ी, रुद्रप्रयाग व ऊधमसिंह नगर में एक-एक सक्रिय मामला है। वहीं देहरादून में सबसे अधिक 46 और हरिद्वार में 22 सक्रिय मामले हैं। चार जिलों अल्मोड़ा, पिथौरागढ़, टिहरी और उत्तरकाशी में कोरोना का कोई सक्रिय मामला नहीं है।