सीएम योगी ने किया एलान, तीसरी ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी का आयोजन करेगा यूपी

सीएम योगी ने किया एलान, तीसरी ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी का आयोजन करेगा यूपी

लखनऊ। ईज आफ डुईंग बिजनेस की राष्ट्रीय रैकिंग में पहले स्थान पर आने के लक्ष्य के साथ उत्तर प्रदेश सरकार अगले 100 दिनों में तीसरी ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी आयोजित करेगी जबकि अगले दो साल में ग्लोबल इंवेस्टर समिट का आयोजन किया जायेगा। अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास सेक्टर के 11 विभागों की कार्ययोजना के प्रस्तुतिकरण के …

लखनऊ। ईज आफ डुईंग बिजनेस की राष्ट्रीय रैकिंग में पहले स्थान पर आने के लक्ष्य के साथ उत्तर प्रदेश सरकार अगले 100 दिनों में तीसरी ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी आयोजित करेगी जबकि अगले दो साल में ग्लोबल इंवेस्टर समिट का आयोजन किया जायेगा।

अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास सेक्टर के 11 विभागों की कार्ययोजना के प्रस्तुतिकरण के मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को कहा कि ईज ऑफ डूइंग बिजनेस की राष्ट्रीय रैंकिंग में 2017 तक 14वें स्थान पर रहने वाला उत्तर प्रदेश आज द्वितीय पायदान पर है। अब इस रैंकिंग में प्रथम स्थान पर आने के लक्ष्य के साथ ‘टीम यूपी’ काम करेगी।
इसके लिए निवेश और कारोबार के नियमों को और सरल किया जायेगा।

‘ग्लोबल इन्वेस्टर समिट’

उन्होंने कहा कि पिछले यूपी इन्वेस्टर समिट में 4.68 लाख करोड़ के निवेश के प्रस्ताव मिले थे जिनमें से तीन लाख करोड़ से ज्यादा के प्रस्ताव आज धरातल पर साकार हो रहे हैं। अगले दो वर्ष के भीतर उत्तर प्रदेश ‘ग्लोबल इन्वेस्टर समिट’ का आयोजन करेगी जो नए यूपी की आकांक्षाओं को उड़ान देने वाली होगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि औद्योगिक इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट के क्षेत्र में बीते पांच सालों में अभूतपूर्व काम हुआ है। इसे और नियोजित रूप देने के लिए अगले 100 दिन के भीतर ‘अटल औद्योगिक अवस्थापना मिशन’ की शुरुआत करने की तैयारी करें। वित्तीय वर्ष 2021-22 में यूपी के निर्यात में अभूतपूर्व वृद्धि हुई है। करीब डेढ़ लाख करोड़ का निवेश होना प्रदेश की बेहतरी का संकेत है।

प्रदेश के निर्यात को दो लाख करोड़ तक ले जाने के लिए ‘टीम यूपी’ को नियोजित रूप से कार्य करना होगा। उन्होंने कहा कि आगामी 100 दिन के भीतर प्रदेश में तीसरी ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी का आयोजन किया जाएगा।

उत्तर प्रदेश डिफेंस कॉरिडोर में अब तक 8,640 करोड़ के 62 एमओयू हो चुके हैं। ब्रह्मोस निर्माण जैसी परियोजना ने इस कॉरिडोर को नई ऊंचाइयां दी हैं। उन्होंने कहा कि औद्योगिक क्षेत्र में विकास की अपार संभावना है। यह सेक्टर रोजगार का सबसे बड़ा साधन है। प्रदेश में औद्योगिक निवेश के माहौल को और बेहतर करने के लिए नियमों में समयानुकूल कतिपय बदलाव किए जाने जरूरी हैं जिसके लिये जल्द से जल्द नई औद्योगिक नीति तैयार की जायेगी।

पढ़ें-यूपी: आवारा पशु मुद्दे पर बोले पशुधन मंत्री धर्मपाल सिंह- ‘गौमूत्र में होता है गंगाजल दूर होती हैं बाधाएं