उन्नाव: सीएम योगी के जनता दरबार पहुंचा दलित युवती की हत्या का प्रकरण, पति ने पुलिस की विवेचना पर उठाए सवाल

उन्नाव। जिले की दलित युवती के चर्चित हत्याकांड पर पुलिस की विवेचना पर सवाल खड़े करते हुए जेल भेजी गयी युवती के पति ने मुख्यमंत्री के जनता दरबार में न्याय की गुहार लगाई है। उसने मामले की सही विवेचना करते हुए प्रार्थनापत्र दिया है। शहर के कांशीराम कालोनी निवासी राजेश पुत्र पूरन लाल ने राजधानी लखनऊ …

उन्नाव। जिले की दलित युवती के चर्चित हत्याकांड पर पुलिस की विवेचना पर सवाल खड़े करते हुए जेल भेजी गयी युवती के पति ने मुख्यमंत्री के जनता दरबार में न्याय की गुहार लगाई है। उसने मामले की सही विवेचना करते हुए प्रार्थनापत्र दिया है। शहर के कांशीराम कालोनी निवासी राजेश पुत्र पूरन लाल ने राजधानी लखनऊ पहुंच कर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के जनता दरबार में दिए गए प्रार्थना पत्र में दलित युवती के हत्याकांड में जेल भेजी गयी अपनी पत्नी रिंकी को निर्दोष बताते हुए पुलिस की विवेचना पर सवाल खड़े किए हैं।

उसका कहना है कि 21 मार्च को रिंकी को उसके मायके मगरवारा से पुलिस ने उठाया। उसी दिन साले धर्मवीर ने जन सुनवाई पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराई। जबकि पुलिस ने 22 मार्च की सुबह रिंकी की गिरफ्तारी दिखाई है। जिसमें विभिन्न धाराओं में उसका चालान भेजा गया है। राजेश का कहना है कि मृतका से रुपयों के लेन देन को लेकर रिंकी से एक साल पहले विवाद हुआ था। उसी की खुन्नस निकालने के लिए उसकी मां ने मेरी पत्नी को झूठा फंसाया।

पत्नी के जेल जाने से अपने छोटे छोटे बच्चों की स्थिति की दुहाई देते हुए राजेश से मामले की सही विवेचना कराने की मांग की है। राजेश ने बताया कि जनता दरबार से उससे किसी अन्य जिले की पुलिस से मामले की जांच कराने का प्रस्ताव रखा गया लेकिन उसने सीबीआई से मामले की जांच कराने की मांग की है।

पुलिस दाखिल कर चुकी है चार्जशीट

उन्नाव। गौरतलब हो कि दलित युवती के चर्चित हत्याकांड प्रकरण में पुलिस ने मुख्य आरोपी दिवंगत सपा राज्यमंत्री फतेहबहादुर सिंह के बेटे रजोल के अलावा बड़े बेटे व पूर्व ब्लाक प्रमुख अशोक सिंह समेत 6 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा है। इन सभी पर आरोप तय करते हुए मामले में चार्जशीट भी दाखिल की जा चुकी है।

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