बरेली: लालफाटक पर सिग्नल केबिल की शिफ्टिंग का काम शुरू

बरेली, अमृत विचार। लालफाटक पर ओवर ब्रिज निर्माण में एक बार फिर तेजी आई है। अप्रैल से मई तक लालफाटक ओवरब्रिज का काम पूरा होने की उम्मीद जताई जा रही है। ओवरब्रिज निर्माण में रेलवे की सिग्नल केबिल सबसे ज्यादा दिक्कत पैदा कर रही थीं, जिन्हें हटाने का काम शुरू हो गया है। रेलवे के …
बरेली, अमृत विचार। लालफाटक पर ओवर ब्रिज निर्माण में एक बार फिर तेजी आई है। अप्रैल से मई तक लालफाटक ओवरब्रिज का काम पूरा होने की उम्मीद जताई जा रही है। ओवरब्रिज निर्माण में रेलवे की सिग्नल केबिल सबसे ज्यादा दिक्कत पैदा कर रही थीं, जिन्हें हटाने का काम शुरू हो गया है।
रेलवे के सिग्नल एंड टेलीकम्युनिकेशन विभाग की केबिल होने की वजह से निर्माण कार्य धीमा चल रहा था। ब्रांच लाइन के पास रेलवे के एस एंड टी की केबिल है। ठीक इसी स्थान पर अंडरपास का निर्माण किया जा रहा। केबिल होने की वजह से कार्यदायी संस्था के लिए खुदाई करना मुश्किल हो रहा था। हाइड्रा और जेसीबी से केबिल क्षतिग्रस्त होने की आशंका थी। शुक्रवार से केबिल हटाने का काम शुरू कर दिया गया है।
देर रात तक पहुंच सकते हैं गर्डर
शुक्रवार देर रात फरीदाबाद से गर्डर पहुंचने की बात कही जा रही थी। लालफाटक पर दो रेल क्रासिंग 359 और 359-ए हैं। एक क्रॉसिंग 359 स्पेशल बरेली-चंदौसी रेल मार्ग पर और दूसरी 359-ए बरेली-लखनऊ लाइन पर है। इन दोनों क्रासिंग (आरओबी) पर गर्डर रखे जाने हैं।
बरेली-चंदौसी रेल मार्ग की क्रासिंग पर पुल की दोनों साइड 3-3 गर्डर रखें जाएंगे। वहीं, बरेली लखनऊ रेल मार्ग वाली क्रासिंग पर 4-4 गर्डर रखे जाने हैं। अप्रैल के पहले सप्ताह में मुरादाबाद मंडल के अधिकारियों ने ब्लाॅक लेकर काम कराने के लिए प्रस्ताव रेलवे बोर्ड को भेजा है।
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