बरेली से सुबह-शाम के साथ कनेक्टिंग उड़ान की भी उम्मीदें जगीं

बरेली,अमृत विचार। बरेली एयरपोर्ट से जल्द सुबह-शाम के साथ रात में भी उड़ान शुरू हो सकेगी। इसके साथ कनेक्टिंग उड़ान की सुविधा शुरू होने की उम्मीद जगी है। बरेली से दिल्ली, बेंगलुरू और मुंबई के लिए उड़ान शुरू होने के सालभर के बाद एयरपोर्ट परिसर में बड़ा एप्रेन बनाने की तैयारी तेज हो गई है। …
बरेली,अमृत विचार। बरेली एयरपोर्ट से जल्द सुबह-शाम के साथ रात में भी उड़ान शुरू हो सकेगी। इसके साथ कनेक्टिंग उड़ान की सुविधा शुरू होने की उम्मीद जगी है। बरेली से दिल्ली, बेंगलुरू और मुंबई के लिए उड़ान शुरू होने के सालभर के बाद एयरपोर्ट परिसर में बड़ा एप्रेन बनाने की तैयारी तेज हो गई है।
भारतीय विमानपत्तनम प्राधिकरण से कई माह पहले अनुमति मिलने के बाद स्थानीय एयरपोर्ट प्रबंधन ने अब एप्रेन निर्माण के लिए निविदा निकालने की तैयारी शुरू कर दी है। अप्रैल से एप्रेन का निर्माण शुरू होने की उम्मीद है। बरेली का सिविल एयरपोर्ट रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम के तहत बनाया गया है।
यहां पर दो छोटे एप्रेन बने हुए हैं। जिसमें 72 सीटर एटीआर ही खड़े होने की जगह है। 180 सीटर एयरबस खड़ी करने के लिए बड़े एप्रेन की जरूरत है। बड़े एप्रेन निर्माण की मांग एयरलाइंस कंपनियां शुरूआत से उठा रही हैं। अब मांग पूरी होने की उम्मीद जगी है। एयरपोर्ट के सूत्र बताते हैं कि 180 सीटर एयरबस खड़ी होने से कनेक्टिंग उड़ान भी शुरू हो सकेगी।
उदाहरण के तौर पर मुंबई से उड़ी एयरबस दिल्ली होते हुए बरेली और फिर लखनऊ तक जा सकती है। इससे इंडिगो एयरलाइंस कंपनी को नुकसान भी झेलना नहीं पड़ेगा। एयरबस रात में एप्रेन में भी खड़ी हो सकेगी। अभी जो एप्रेन हैं, उनमें एयरबस खड़ी करने के लिए जगह नहीं है। एयरपोर्ट 2520 वर्गमीटर क्षेत्रफल में बना है और छोटे-बड़े दो टर्मिनल हैं।
150 यात्रियों के बैठने की क्षमता के साथ छह चेक इन काउंटर बने हैं। वर्तमान में 2 एटीआर-72 विमान खड़े होने के लिए जगह है। इधर एयरपोर्ट निदेशक आरएस कनोज ने बताया कि एप्रेन बनाने को मंजूरी मिलने के बाद निर्माण कराने के लिए निविदा निकालने की अनुमति मिल गई है। जल्द निविदा निकालेंगे।
सरकार के शपथ ग्रहण के बाद लखनऊ के लिए उड़ान पर टिकी नजर
भाजपा सरकार के शपथ ग्रहण होने के बाद बरेली-लखनऊ उड़ान शुरू होने पर नजरें टिकी हुई हैं। 22 अक्टूबर, 2021 में बरेली से लखनऊ की उड़ान शुरू करने की जिम्मेदारी मिलने के बाद से हैदराबाद की टर्बो मेघा एयरवेज (ट्रूजेट) ने तैयारियां पूरी कर ली हैं। एयरवेज की फाइनेंशियल बिड को भी मंजूरी मिल चुकी है। टर्बो मेघा एयरवेज को रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम के तहत चुना गया है। इसलिए बरेली से लखनऊ का किराया भी करीब 1900 रुपये ही रखने की बात सामने आई है।
अब फ्लाइट का सिर्फ शेड्यूल जारी होना शेष है। बरेली एयरपोर्ट के सूत्र बताते हैं कि कोविड की वजह से उड़ान शुरू नहीं हुई। तीसरी लहर के आने के बाद एयरवेज ने भी ढिलाई बरती। इसके साथ राज्य सरकार की तरफ से भी उड़ान शुरू करने की प्रक्रियाएं पूरी नहीं हुई थीं। अब कोविड दम तोड़ चुका है और भाजपा सरकार फिर से सत्ता में आ गई। शपथ ग्रहण के बाद लखनऊ उड़ान शुरू होने की उम्मीद है। वहीं बरेली-दिल्ली उड़ान के बाद एलाइंस एयर ने हाल ही में दिल्ली से लखनऊ के लिए उड़ान शुरू की है। अब यह भी माना जा रहा है कि एयरवेज बरेली से प्रयागराज के लिए उड़ान शुरू कर सकती है। इसके लिए सर्वे भी कराया जा चुका है।
1 अप्रैल से बेंगलुरू पांच दिन तो मुंबई के लिए रेगुलर उड़ान
बरेली। इंडिगो ने समर शेड्यूल जारी करते हुए उड़ान के दिन तय कर दिए हैं। बेंगलुरू के लिए ट्रैफिक कम मिलने पर उड़ान में दो दिन घटा दिए हैं। जबकि मुंबई के लिए रेगुलर उड़ान संचालित होगी। इंडिगो के सूत्रों के अनुसार बेंगलुरू उड़ान अब मंगलवार, बुधवार, शुक्रवार और शनिवार, रविवार को संचालित होगी। 12 अगस्त 2021 को बरेली-मुंबई उड़ान और 14 अगस्त 2021 को बरेली-बेंगलुरू उड़ान शुरू हुई थी। बेंगलुरू के लिए ट्रैफिक मिलने की वजह से दो दिन कम किए गए हैं। इंडिगो दोनों शहरों के लिए 180 सीटर एयरबस संचालित करती है।
बरेली से इंटर स्टेट कनेक्टिविटी पर भी जोर
पिछले साल दिल्ली, मुंबई और बेंगलुरू से बरेली को जोड़ने के बाद इंटर स्टेट कनेक्टिविटी पर जोर दिया जा रहा है। बरेली को राज्य के बड़े शहरों से जोड़ने की तैयारी की जा रही है। एयरपोर्ट से अयोध्या, प्रयागराज, बनारस, लखनऊ और आगरा समेत बड़े शहरों के लिए उड़ान शुरू कराने के लिए दिसंबर 2021 में सर्वे भी कराया गया।
कई एयरलाइंस कंपनियों ने सर्वे कर बरेली से इन शहरों के लिए एयर ट्रैफिक की स्थिति परखी। जिसमें प्रयागराज के लिए सर्वाधिक एयर ट्रैफिक मिला था। इंडिगो, एलाइंस एयर, ट्रूनॉट, टर्बो समेत कई अन्य कंपनियों द्वारा सर्वे कराने की बात सामने आई है।
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