लखीमपुर-खीरी: नए सत्र में पुरानी किताबों से पढ़ेगें नौनिहाल, नई आने पर बदली जाएंगी किताबें

लखीमपुर-खीरी, अमृतविचार । पहली अप्रैल से नया शैक्षिक सत्र शुरू होने के साथ बेसिक शिक्षा विभाग के प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्कूलों में नामांकन प्रक्रिया भी प्रारंभ हो जाएगी, लेकिन इस बार बेसिक स्कूलों के बच्चों को नई पाठ्य पुस्तकें नहीं मिल सकेंगी। उन्हें पुरानी ही किताबों से पढ़ाई करनी होगी। नई किताबें आने पर …
लखीमपुर-खीरी, अमृतविचार । पहली अप्रैल से नया शैक्षिक सत्र शुरू होने के साथ बेसिक शिक्षा विभाग के प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्कूलों में नामांकन प्रक्रिया भी प्रारंभ हो जाएगी, लेकिन इस बार बेसिक स्कूलों के बच्चों को नई पाठ्य पुस्तकें नहीं मिल सकेंगी। उन्हें पुरानी ही किताबों से पढ़ाई करनी होगी।
नई किताबें आने पर पाठ्य पुस्तकों को बदला जाएगा। नई किताबों के मुद्रण में हो रही देरी पर बेसिक शिक्षा विभाग ने यह निर्णय लिया है। शैक्षिक सत्र 2021-22 में कक्षा एक से आठ तक के विद्यार्थियों को पाठ्य पुस्तकें उप्लब्ध कराई गईं थी। अब यह शैक्षिक सत्र समाप्त होने वाला है। मंगलवार को परिषदीय विद्यालयों में परीक्षाएं शुरू हो गईं। यह परीक्षाएं 26 मार्च तक चलेंगी।
इसके बाद परीक्षा फल घोषित होगा। पहली अप्रैल से नया शैक्षिक सत्र शुरू हो जाएगा। नया शैक्षिक सत्र शुरू होने में अभी नौ दिन बाकी हैं, लेकिन अभी तक नई पाठ्य पुस्तकें बेसिक शिक्षा विभाग को नहीं मिल पाई हैं। जिसकी वजह पाठ्य पुस्तकों के मुद्रण में हो रही देरी बताई गई है। प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों में 31 मार्च से पहले बच्चों से पुरानी पाठ्य पुस्तके जमा करा ली जाएंगी।
इन पुस्तकों को अंतरिम व्यवस्था के लिए नए सत्र में प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों को दे दिया जाएगा। पाठ्य पुस्तकों को लेकर अंतरिम व्यवस्था करने के निर्देश शिक्षा निदेशक ने बीएसए को दिए हैं। इसमें कहा गया है कि पहली अप्रैल से नया शैक्षिक सत्र शुरू हो रहा है। नवीन पाठ्य पुस्तकों के मुद्रण में अभी देरी है।
इसलिए पिछले सत्र में निशुल्क बांटी गई पाठ्य पुस्तकों को बच्चों से जमा करा लिया जाय। इन पुस्तकों को अंतरिम व्यवस्था के तहत नए सत्र में बांटना सुनश्चित कराया जाय। नई पाठ्य पुस्तक आने पर इसे बदला जाएगा। निदेशक के निर्देश के बाद बीएसए ने सभी बीईओ को चिट्ठी लिखकर अंतरिम व्यवस्था के निर्देश दिए हैं।
नई मिलने पर लौटानी होंगी पुरानी किताबें
पहली अप्रैल से शुरू होने वाले नए शैक्षिक सत्र में बच्चों को पुरानी किताबें दी जाएंगी, लेकिन नई किताबों के आने पर इन्हें बच्चों से वापस जमा करा लिया जाएगा। जब तक नई किताबें नहीं आ जाती हैं और वह विद्यार्थियों को वितरित नहीं हो जाती हैं। तब तक बच्चे पुरानी किताबों से ही पढ़ाई करेंगे।
नई पाठ्य पुस्तकों के मुद्रण में कुछ विलंब हो रहा है। इसलिए शैक्षिक सत्र 2021-22 में बच्चों को निशुल्क दी गईं पाठ्य पुस्तकें परीक्षाफल घोषित होने से पहले जमा करा ली जाएगीं। जिनका नए शैक्षिक सत्र में वितरण किया जाएगा। नई पुस्तकें आने पर यह पुस्तकें बच्चों से वापस ले ली जाएंगी और नई किताबे उन्हें दे दी जाएंगी। इसको लेकर बीईअो को भी निर्देश जारी किए हैं।
—लक्ष्मीकांत पांडेय, बीएसए
ये भी पढ़ें-
पीलीभीत: मां पूर्णागिरि धाम से दर्शन कर लौटे युवक की हादसे में मौत