पीलीभीत: इबादत-दुआओं के साथ मनाई गई शब-ए-बारात

पीलीभीत, अमृत विचार। जनपद भर में शब-ए-बारात इबादत दुआएं मांगकर परंपरागत तरीके से मनाई गई। मस्जिदों से दुआ अदा होती रहीं, जबकि लोगों ने घरों में हलवा बनाकर फतिहा दिलाई। कई लोगों ने रोजा भी रखा। शहर के मोहल्ला भूरे खां मस्जिद मोटा पाकड़ में हजरत उवैस करनी रहमतुल्लाह की याद में शब-ए-बारात इबादत और …
पीलीभीत, अमृत विचार। जनपद भर में शब-ए-बारात इबादत दुआएं मांगकर परंपरागत तरीके से मनाई गई। मस्जिदों से दुआ अदा होती रहीं, जबकि लोगों ने घरों में हलवा बनाकर फतिहा दिलाई। कई लोगों ने रोजा भी रखा। शहर के मोहल्ला भूरे खां मस्जिद मोटा पाकड़ में हजरत उवैस करनी रहमतुल्लाह की याद में शब-ए-बारात इबादत और दुआओं के साथ मनी।
इमाम हाफिज मोहम्मद फईम ने हरजत उवैस की जिंदगी पर प्रकाश डालते हुए तकरीर फरमाई। कहा कि शब-ए-बारात इबादत की अहम रात होती है। इस रात को एक दूसरे से गले मिलकर नाराजगी दूर कर लेना चाहिए। किसी बात को लेकर सलाम-दुआ बंद हो गई थी तो इस रात को मांफी मांगनी चाहिए। घरों से फतिहा दुआ कराई गई। रात भर नमाजे नफिल पढ़ी गई। मस्जिद, कब्रिस्तानों में रोशनी करके अगरबत्ती जलाकर अपने गुनाहों की माफी मांगी और पुरखों की कब्र पर जाकर फूल चढ़ाकर खिराजे अकीदत पेश की।
इस मौके पर मोहसिन खां, मदस्सिर खां, अथर अलीख हाजी बली रजा खां, मोहम्मद आमिर, जाकिर मियां, इकबाल, मिनहान खां आदि मौजूद थे। उधर, शाही जामा मस्जिद में जलसे का आयोजन किया गया। जिसकी सदारत हाजी शाहिद हुसैन और निजामत सैयद फुरकान अली ने की। जीरे सरपरस्ती हजरत मौलाना इजहार अहमद खान बरकाती ने फरमाई। मशहूर उलमा अकरम व शोरा इकराम ने शिरकत की। मुरादाबाद से आए मौलाना मुफ्ती इमरान हनफी, मौलाना नेमतुल्लाह, मोहम्मद इसरार, सैयद मखदूम, शमशाद मौलाना इमरान, हाफिज फहीम अशरफी आदि ने अपने कलाम पेश किए।
इस मौके पर सिराज बहादुर खां, हाजी सखावत उल्ला खां, सैयद आसिफ अली कादरी, हाजी अकबर अंसारी, मोहम्मद आरिफ, हाजी अनवर, हाजी नाहिद, तनवीर, मोहम्मद हाशिम नाज अंसारी आदि मौजूद रहे। जलसे में बड़ी संख्या में अकीदतमंद मौजूद रहे। सुरक्षा के लिहाज से पुलिस अलर्ट रही।
इसे भी पढ़ें-
पीलीभीत: किशोरी को अगवा कर किया दुष्कर्म, विरोध करने पर धमकाया