IIT मद्रास ने उच्च रिजॉल्यूशन की अल्ट्रासाउंड छवि देने वाली नई तकनीक की विकसित

IIT मद्रास ने उच्च रिजॉल्यूशन की अल्ट्रासाउंड छवि देने वाली नई तकनीक की विकसित

नई दिल्ली। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी), मद्रास के अनुसंधानकर्ताओं ने एक नई तकनीक विकसित की है जो पुनर्निर्मित अल्ट्रासाउंड छवि के माध्यम से एक स्पष्ट और उच्च गुणवत्ता वाला दृश्य उपलब्ध करा सकता है। इस अनुसंधान से बीमारियों के बेहतर निदान, सूक्ष्म विसंगतियों का पता लगाने और बेहतर सटीक छवि-निर्देशित बायोप्सी प्रक्रियाओं तथा उपचार निगरानी …

नई दिल्ली। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी), मद्रास के अनुसंधानकर्ताओं ने एक नई तकनीक विकसित की है जो पुनर्निर्मित अल्ट्रासाउंड छवि के माध्यम से एक स्पष्ट और उच्च गुणवत्ता वाला दृश्य उपलब्ध करा सकता है। इस अनुसंधान से बीमारियों के बेहतर निदान, सूक्ष्म विसंगतियों का पता लगाने और बेहतर सटीक छवि-निर्देशित बायोप्सी प्रक्रियाओं तथा उपचार निगरानी उपकरणों को मदद मिल सकती है।

मानव शरीर के अंदर उसी समय की छवियों के लिए ‘अल्ट्रासाउंड इमेजिंग’ तकनीक का उपयोग किया जाता है। तकनीक का व्यापक रूप से अंदरूनी अंगों में दर्द, सूजन और संक्रमण के कारण का पता लगाने तथा गर्भवती महिलाओं में भ्रूण की जांच करने के लिए उपयोग किया जाता है। अल्ट्रासाउंड मशीन का मुख्य घटक एक ”बीमफॉर्मर” होता है, जो अंतिम पुनर्निर्मित छवि की गुणवत्ता में एक प्रमुख भूमिका निभाता है।

वर्षों से बीमफॉर्मर को बदलकर पुनर्निर्मित छवि की गुणवत्ता में सुधार करने के लिए कई तकनीक की पहचान की गई है। टीम ने एक नई बीमफॉर्मिंग तकनीक विकसित करने का दावा किया है, जो अन्य मौजूदा तकनीक से बेहतर प्रदर्शन करता है और सर्वोत्तम रिजॉल्यूशन वाली छवि उत्पन्न करता है। टीम के अनुसंधान के निष्कर्ष पत्रिका ‘साइंटिफिक रिपोर्ट्स’ में प्रकाशित हुए हैं।

एप्लाइड मैकेनिक्स विभाग, आईआईटी मद्रास के प्रोफेसर अरुण के थिट्टाई ने बताया कि यह अनुसंधान संभावित रूप से कई अनुप्रयोगों को सहायता प्रदान कर सकता है। रोगों का जल्द पता लगाना और उनके बेहतर निदान, गुर्दे की पथरी जैसी मानव शरीर के भीतर छोटी असामान्यताओं का पता लगाना, बेहतर वास्तविक समय की छवि-निर्देशित बायोप्सी प्रक्रियाएं और उपचार निगरानी अनुप्रयोग में मदद मिलेगी।

साथ ही डिले एंड सम (डीएएस) बीमफॉर्मर हार्डवेयर की सुगमता के कारण वाणिज्यिक प्रणालियों में सबसे अधिक उपयोग की जाने वाली अल्ट्रासाउंड इमेजिंग तकनीक है। हालांकि, इसमें कम रिजॉल्यूशन होता है। आईआईटी मद्रास के एक रिसर्च स्कॉलर अनुदीप वाययती ने कहा कि हमने फिल्टर्ड डिले संबंधी एक नयी तकनीक विकसित की है जो मौजूदा तकनीकों की तुलना में उच्च गुणवत्ता वाली छवियां प्रदान करेगा।

 

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