भाजपा सरकार की उदासीनता से बदहाल है महादेवा रेलवे लाइन: राजनाथ शर्मा

बाराबंकी। गांधी जयंती समारोह ट्रस्ट के अध्यक्ष राजनाथ शर्मा ने मंगलवार को शहर के बुद्धिजीवियों के साथ गांधी भवन पर सत्याग्रह किया। वे रामनगर स्थित बहुप्रतिक्षित बुढवल वाया महादेवा से बहरामघाट (गणेशपुर) रेलवे लाइन का पुनर्निमाण कराए जाने की मांग कर रहे हैं। उन्होंने लोधेश्वर महादेव मंदिर में आने वाले शिवभक्तों के लिए जिला प्रशासन …
बाराबंकी। गांधी जयंती समारोह ट्रस्ट के अध्यक्ष राजनाथ शर्मा ने मंगलवार को शहर के बुद्धिजीवियों के साथ गांधी भवन पर सत्याग्रह किया। वे रामनगर स्थित बहुप्रतिक्षित बुढवल वाया महादेवा से बहरामघाट (गणेशपुर) रेलवे लाइन का पुनर्निमाण कराए जाने की मांग कर रहे हैं। उन्होंने लोधेश्वर महादेव मंदिर में आने वाले शिवभक्तों के लिए जिला प्रशासन द्वारा स्थाई विश्राम स्थल, जलपान गृह व प्राथमिकी चिकित्सीय सुविधा मुहैया कराए की भी मांग उठाई है।
श्री शर्मा ने बताया कि भाजपा सरकार की उदासीनता के कारण बुढ़वल वाया महादेवा से बहरामघाट तक जाने वाले बहुप्रतिक्षित रेलवे लाइन आज भी बदहाल स्थिति में है। जिसके जीर्णोद्धार को लेकर लगभग डेढ़ दशक से जन आन्दोलन व सत्याग्रह जारी है।
ऐसी स्थिति में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस साल भी आम बजट में रामनगर के पर्यटन विकास की ओर ध्यान नहीं दिया। जबकि तत्कालीन केन्द्रीय रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा ने अश्वस्त किया था कि यदि राज्य सरकार मदद करे तो बंद पड़ी रेलवे लाइन का जीर्णोद्धार कराया जा सकता है।
श्री शर्मा ने बताया कि सूबे के सबसे प्राचीनतम शिवमंदिरों में शुमार रामनगर स्थित लोधेश्वर महादेव मंदिर जहां लखनऊ, उन्नाव, कानपुर, औरैया, इटावा, मैनपुरी के अलावा झांसी, जालौन, ललितपुर सहित कई अन्य जनपदों से पैदल चलकर लाखों शिवभक्त महादेवा स्थित लोधेश्वर मंदिर में जलाभिषेक करने आते है। उनकी सुविधानुसार महादेवा तक राष्ट्रीय राजमार्ग के बांयी ओर ‘स्थाई पैदल सहायक मार्ग’ बनाया जाना चाहिए। जिसकोे ‘कांवरिया पथ’ के नाम से जाना जाए। जो पूरी तरह अतिक्रमण मुक्त हो।
समाजसेवी विनय कुमार सिंह ने बताया कि द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान ईंधन की कमी से बंद हुई बुढवल जंक्शन से महादेवा वाया बहरामघाट (गणेशपुर) तक जाने वाली रेल लाइन को पुनः बहाल किया जाए। क्योंकि रेलमार्ग के बंद होने से जहां उप्र का सबसे बड़ा लकड़ी उत्पादन केन्द्र प्रभावित हुआ वहीं रेल यातायात की समस्या के चलते अगानपुर, बरूआ, लम्बापुर, रजनापुर, महादेवा, गोबरहा, बड़नपुर, गंजापुरवा, पिन्नापुर व बहरामघाट का क्षेत्र अति पिछड़ा हो गया। रेल मार्ग बहाल होने से इन गांवों का विकास होगा।
सोशल एक्टिविस्ट रिज़वान रज़ा ने कहा कि महादेवा के विकास की बात को लेकर राजनाथ शर्मा ने कई बार दिल्ली में केंद्रीय रेल मंत्री से मिलकर रामनगर के विकास के मुद्दे को उठाया है। उन्होंने पीएम नरेन्द्र मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ को भी पत्र लिखकर यथास्थिति से अवगत कराया लेकिन उचित कार्यवाही न होने से उनकी मांगें आज भी विचाराधीन है।
सत्याग्रह के दौरान प्रमुख रूप से प्रधान समीर सिंह, मृत्युंजय शर्मा, विजय कुमार सिंह, श्रीनिवास त्रिपाठी, पाटेश्वरी प्रसाद, उदय प्रताप सिंह, संजय सिंह, आज़म ज़ैदी, सत्यवान वर्मा, नीरज दूबे, मोहम्मद अदीब इकबाल, अशोक जायसवाल, मनीष सिंह सहित कई लोग मौजूद रहे।
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