हल्द्वानी: ओवररेट का खुला खेल, शराब ठेकों से ब्लैक का धंधा

हल्द्वानी, अमृत विचार। शहर में देसी शराब के अद्धे और पव्वे पर न सिर्फ खुलेआम वसूली का खेल खेला जा रहा है, बल्कि शराब की दुकानों से ब्लैक मार्केटिंग का धंधा भी जोरों पर है। इसके उलट आबकारी विभाग मौन है। देसी शराब की दुकानों से बिकने वाले एक पव्वे की कीमत 75 रुपए है, …
हल्द्वानी, अमृत विचार। शहर में देसी शराब के अद्धे और पव्वे पर न सिर्फ खुलेआम वसूली का खेल खेला जा रहा है, बल्कि शराब की दुकानों से ब्लैक मार्केटिंग का धंधा भी जोरों पर है। इसके उलट आबकारी विभाग मौन है।
देसी शराब की दुकानों से बिकने वाले एक पव्वे की कीमत 75 रुपए है, लेकिन इसे बेचा 80 रुपए में जाता है। ऐसे में देसी दारू के हाफ की कीमत 155 रुपए है, लेकिन बिकती 160 रुपए में है। एक आंकड़े के मुताबिक शहर में औसतन रोजाना देसी शराब के 3 हजार पव्वे बिकते हैं। इस पर पांच रुपए का खुला ओवररेट हर पव्वे पर चलता है। इस हिसाब से रोजना 15 हजार और महीने में साढ़े चार लाख रुपए की काली कमाई की जाती है। ये केवल पव्वे का अनुमानित आंकड़ा है। अब अगर इसमें हाफ से होने वाली ओवररेट की कमाई को जोड़ दिया जाए तो काली कमाई दो गुनी के करीब हो जाती है।
इधर, दूसरी ओर देसी शराब की इन्हीं दुकानों से शराब की ब्लैक मार्केटिंग का नया खेल शुरू हो गया है। सरकारी नियमों के मुताबिक शराब की दुकानों के खुलने का समय सुबह 10 बजे है और रात 11 बजे इन्हें हर हाल में बंद करना होता है, लेकिन ब्लैक मार्केटिंग के लिए इसका भी उल्लंघन किया जा रहा है। सुबह सात बजे ही शराब की दुकान खोल कर शराब की पेटियों को ब्लैक में बेचा जा रहा है।
होटल और ढाबों में परोसी जाती है शराब
हल्द्वानी। होटल और ढाबों से देसी शराब की सप्लाई की जाती है और ये किसी से छिपा नहीं है। पुलिस कार्रवाई में तमाम बार होटल और ढाबा मालिक न सिर्फ शराब बेचते पकड़े गए, बल्कि इनके यहां से शराब बरामद भी हुई। शहर के शराब ठेकों से बल्क में निकाली जाने वाली अधिकांश शराब इन्हीं होटल और ढाबों में पहुंचाई जाती है। यहां आने वाले ग्राहकों को खाने के साथ मौके पर शराब भी मिल जाती है। हालांकि इस सुविधा के एवज में सुविधा शुल्क भी देना होता है।
सोशल मीडिया पर वायरल है वीडियो
हल्द्वानी। रविवार को आबकारी विभाग की नाकामी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ। ये वीडियो रामपुर रोड स्थित देसी शराब की दुकान है। सुबह तकरीबन आठ बजे बनाए गए इस वीडियो में स्कूटी सवार एक युवक दिखाई दे रहा है। जो शटर उठाकर शराब की पेटी निकालता है और फिर पेटी को स्कूटी में रखने के बाद फिर शटर गिरा कर निकल जाता है। जबकि नियम ये कहते हैं कि शराब की दुकान का शटर अपने तय समय खुलेगा और बंद होगा।