बरेली: कथक सम्राट बिरजू महाराज का खानकाह ए नियाजिया से था रिश्ता

बरेली, अमृत विचार। भारत और दुनिया में कथक नृत्य के सबसे बड़े नर्तक बिरजू महाराज का सोमवार की सुबह दिल का दौरान पड़ने से निधन हो गया। इससे शहर में भी शोक की लहर दौड़ गई। बताया जा रहा है कि उनका बचपन शहर के खानकाह ए नियाजिया में बीता था। खानकाह नियाजिया के प्रबंधक …
बरेली, अमृत विचार। भारत और दुनिया में कथक नृत्य के सबसे बड़े नर्तक बिरजू महाराज का सोमवार की सुबह दिल का दौरान पड़ने से निधन हो गया। इससे शहर में भी शोक की लहर दौड़ गई। बताया जा रहा है कि उनका बचपन शहर के खानकाह ए नियाजिया में बीता था।
खानकाह नियाजिया के प्रबंधक शब्बू मियां नियाजी ने बताया कि कथक सम्राट बिरजू महाराज खानकाह के मुरीद थे। उनका पूरा परिवार सालों से खानकाह पर हाजिरी देने के लिए आता रहा है। बड़े उर्स के मौके पर उनके परिवार के लिए एक कमरा रिजर्व कर दिया जाता था। उन्होंने आगे बताया कि आठ साल पहले वह तबीयत खराब होने पर भी उर्स में शिरकत करने आए थे।
उनकी सेहत के लिए खानकाह में दुआ भी की गई थी। शब्बू मियां ने बताया कि बिरजू महाराज का बचपन यही खानकाह में गुजरा है। अपने पिता अच्छन महाराज के साथ वह यहां आते रहते थे। यहीं खेलते-कूदते थे और शास्त्रीय नृत्य भी अपने पिता से सीखा करते थे। उनके निधन के बाद खानकाह के नियाजिया के लोग भी गमगीन है।