Stock Market News: निवेशकों का पोर्टफोलियो सुधरा, शेयर बाजार को संजीवनी, निवेशकों की मायूसी टूटी
कानपुर, अमृत विचार। भारतीय शेयर बाजार में सोमवार को बड़ी गिरावट के बाद अच्छी रिकवरी हुई। एक दिन पहले की गिरावट के बाद निराश हो चुके शहर के निवेशकों को संजीवनी मिली। बाजार की बढ़ोतरी से शहर के निवेशकों के पोर्टफोलियो लगभग 11 सौ करोड़ रुपये का सुधार हुआ। शेयर बाजार के इस रुख से निवेशकों को आने वाले दिनों में भी बेहतर होने की उम्मीद जग गई है।
आर्थिक विशेषज्ञ राजीव सिंह ने बताया कि बाजार को एशियाई बाजारों से ताकत मिली है। सुबह की शुरुआत ही अच्छी सूचनाओं से हुई। जापान का निक्केई 225 इंडेक्स 5.5 फीसदी तक उछला, जबकि चीन का शंघाई कंपोजिट 1 फीसदी ऊपर रहा। ट्रेड वॉर की आशंकाओं के बीच ग्लोबल इनवेस्टर्स को उम्मीद है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप टैरिफ पर नरमी दिखा सकते हैं।
इस उम्मीद से भारतीय बाजार को तगड़ा सपोर्ट मिला। ट्रंप की धमकी के बाद चीन ने पलटवार की रणनीति अपनाई है, लेकिन बाकी देश टकराव की बजाय बातचीत की राह पर हैं। भारत, यूरोपीय यूनियन और जापान जैसे देश अमेरिका से सामरिक तरीके से बातचीत कर रहे हैं। इसका असर यह हुआ कि ट्रेड वॉर फिलहाल अमेरिका और चीन तक सीमित नजर आ रहा है और भारत को कम खतरा है।
तीन मुख्य बिंदु
1. ट्रेड वॉर का दायरा सीमित है।
2. अमेरिकी इकोनॉमी पर दबाव बढ़ रहा है।
3. सबसे ज्यादा असर चीन की एक्सपोर्ट इकोनॉमी पर पड़ेगा।
भारत की मजबूत स्थिति
राजीव सिंह ने बताया कि जब पूरी दुनिया अनिश्चितता से जूझ रही है, भारत की अर्थव्यवस्था अपने दम पर खड़ी है। सरकार ने वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए जीडीपी ग्रोथ 6.3 फीसदी से 6.8 फीसदी के बीच रहने का अनुमान जताया है। इसके अलावा, लार्जकैप शेयरों की वैल्यूएशन भी अब तक आकर्षक बनी हुई है। इससे भारत ग्लोबल निवेशकों के लिए एक 'सेफ हेवन' बनता जा रहा है।
विदेशी निवेशक आकर्षित
ट्रेड वॉर की चिंता के बीच भारत फिलहाल एक मजबूत जमीन पर खड़ा है। विदेशी निवेशकों की नजर यहां की स्थिरता और संभावनाओं पर है। अगर ग्लोबल अनिश्चितता कुछ समय और टली रही, तो भारतीय बाजार नई ऊंचाइयों की ओर बढ़ सकता है। ऐसी उम्मीद की जा रही है कि ग्लोबल शेयर बाजारों के मुकाबले भारतीय शेयर बाजार घटेंगे कम, उठेंगे जल्दी और अच्छी खबरों पर भागेंगे ज्यादा।
