बरेली: बेसिक के शिक्षक सीखेंगे अंग्रेजी व्याकरण की बारिकियां

बरेली, अमृत विचार। हिंदी सहित अन्य विषयों में छात्रों को पारंगत करने के लिए बेसिक शिक्षा विभाग के पाठ्यकमों में अनेक बदलाव किए गए हैं। शासन की ओर से शिक्षकों को अंग्रेजी भाषा की बेहतर समझ और जानकारी देने की तैयारी की जा रही है। इसके तहत प्रदेश भर के लगभग 1.50 लाख से ज्यादा …
बरेली, अमृत विचार। हिंदी सहित अन्य विषयों में छात्रों को पारंगत करने के लिए बेसिक शिक्षा विभाग के पाठ्यकमों में अनेक बदलाव किए गए हैं। शासन की ओर से शिक्षकों को अंग्रेजी भाषा की बेहतर समझ और जानकारी देने की तैयारी की जा रही है। इसके तहत प्रदेश भर के लगभग 1.50 लाख से ज्यादा शिक्षकों को अंग्रेजी विषय के व्याकरण की बारीकियां सिखाई जाएंगी। इसके लिए आंग्ल भाषा शिक्षण संस्थान के विशेषज्ञों द्वारा शिक्षकों के लिए अंग्र्रेजी व्याकरण और अपठित गद्यांश पर आधारित एक हैंडबुक तैयार कराई जा रही है जिससे शिक्षकों को अध्यापन कार्य में किसी प्रकार की दिक्क्तों का सामना न करना पड़े।
परिषदीय स्कूलों के छात्रों को अंग्रेजी विषय में शिक्षा देने के लिए हिंदी माध्यम के साथ अलग से स्कूलों को चिह्नित कर उनमे अंग्रेजी माध्यम से पढ़ाई कराई जा रही है। इसके लिए शिक्षकों का चयन भी हिंदी माध्यम के स्कूलों से किया गया है। इस दिशा में स्थिति को और सुदृढ़ करने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। जनपद में कुल लगभग 10 हजार से ज्यादा शिक्षक हैं। विभागीय सूत्रों के अनुसार सरल भाषा में तैयार कराई जा रही हैंडबुक अंग्रेजी और हिंदी में होगी।
अधिकांश उदाहरण परिषदीय स्कूलों की अंग्रेजी की किताबों से लिए गए हैं ताकि शिक्षक आसानी से समझकर बच्चों को अच्छे से समझा सकें। हैंडबुक में अंग्रेजी व्याकरण की आधारभूत जानकारी रहेगी जो शिक्षक अधिक अंग्रेजी समझना चाहते हैं उनके लिए उन्नत सामग्री के साथ शिक्षकों के स्व-मूल्यांकन के लिए भी सामग्री रहेगी। पुस्तिका में अंग्रेजी व्याकरण के नियमों की तर्कों के साथ व्याख्या दी जाएगी। इससे न सिर्फ शिक्षकों की अंग्रेजी व्याकरण की समझ बढ़ेगी बल्कि वे बच्चों को अच्छे से पढ़ा सकेंगे।
शासन की ओर से यह प्रयास किए जा रहा है। इस संबंध में निर्देश जारी होने पर रूपरेखा तैयार कर शिक्षकों को प्रशिक्षण दिलाने की विधिवत रूपरेखा तैयार कराई जाएगी। जनवरी के अंतिम सप्ताह तक शासन से निर्देश मिलने पर प्रशिक्षण कार्यक्रम की रूपरेखा निर्धारित की जाएगी। —-विनय कुमार, बीएसए