बरेली: आदर्श रोड पर अवैध बस स्टैंड के शेड की जांच दबाई

बरेली: आदर्श रोड पर अवैध बस स्टैंड के शेड की जांच दबाई

बरेली, अमृत विचार। सिलेक्शन प्वाइंट से शील चौराहे के बीच शहर के इकलौते आदर्श रोड को विकसित करने के लिए नगर निगम ने दो साल पहले 4.5 करोड़ रुपये खर्च किए थे लेकिन एक विज्ञापन कंपनी ने मनमाने तरीके से इस पर कई जगह पर बस स्टैंड के शेड बना दिए। बताते हैं कि रविवराज …

बरेली, अमृत विचार। सिलेक्शन प्वाइंट से शील चौराहे के बीच शहर के इकलौते आदर्श रोड को विकसित करने के लिए नगर निगम ने दो साल पहले 4.5 करोड़ रुपये खर्च किए थे लेकिन एक विज्ञापन कंपनी ने मनमाने तरीके से इस पर कई जगह पर बस स्टैंड के शेड बना दिए। बताते हैं कि रविवराज नाम की कंपनी को करीब तीन साल पहले शहर के विभिन्न हिस्सों में 30 शेड बनाने की अनुमति दी गई थी लेकिन कंपनी ने लंबे समय तक इसमें दिलचस्पी नहीं दिखाई।

अब स्मार्ट सिटी के तहत इलेक्ट्रॉनिक बसों का संचालन होना है तो गुपचुप तरीके से कंपनी ने आदर्श रोड पर शेड लगवा दिए। मामला नगर निगम के उच्चाधिकारियों तक पहुंचा तो नगर निगम की तीन सदस्यीय टीम को जांच सौंपी गई। इसको एक महीना गुजर गया। बावजूद टीम ने इसकी कोई रिपोर्ट नहीं दी। ऐसे में अफसर मामले को दबाने की कोशिश कर रहे हैं। यही वजह है कि आदर्श रोड पर हरियाली को बर्बाद कर लगाए गए अवैध बस स्टैंड को भी नहीं उखाड़ा गया है।

नगर निगम के अधिकारियों का कहना था कि इस कंपनी को शहर में विभिन्न जगहों पर बस स्टैंड के शेड बनाने के लिए अनुमति तो दी गई लेकिन वे जगह कौन सी है, ये चिन्हित होनी बाकी हैं। कंपनी ने नया सर्वे पूरा कराए बगैर ही आदर्श रोड पर बगैर अनुमति के बस स्टैंड के शेड लगा लिए। बताते हैं कि कंपनी ने दूसरी कई और जगहों पर भी ऐसे शेड लगाने की तैयारी की थी लेकिन नगर निगम ने कांट्रेक्ट लेने वाली कंपनी पर शिकंजा कसते हुए नए शेड लगाने पर रोक लगा दी।

एक विज्ञापन कंपनी की मनमानी का मामला खुलने के बाद जांच के लिए सहायक नगर आयुक्त विवेक त्रिपाठी के नेतृत्व में तीन सदस्यीय टीम गठित की गई थी लेकिन इस प्रकरण में उचित कदम उठाने के बजाय पूरे मामले को ही दबाने की कोशिश चल रही है। जांच टीम ने अब तक रिपोर्ट तक नगर आयुक्त अभिषेक आनंद को नहीं सौंपी है। ऐसे में कांट्रेक्टर पर भी अब तक कोई कड़ा एक्शन नहीं लिया जा सका है।

नगर आयुक्त के नोटिस के बावजूद नहीं हटे बस स्टैंड के शेड
एक विज्ञापन कंपनी के मनमाने तरीके से आदर्श रोड पर बस स्टैंड के शेड लगाए जाने के मामले में नगर आयुक्त अभिषेक आनंद ने नोटिस जारी किया था लेकिन कंपनी ने अब तक न तो खुद ही इन स्टैंड को हटवाया है और न ही नगर निगम की टीम ने ही अब तक विज्ञापन कंपनी के खिलाफ कोई कार्रवाई की है। जबकि कांट्रेक्टर ने आदर्श रोड पर विकसित की गई हरित पट्टी को तहस-नहस करके इन शेडों को लगवाया है।

पहले यूनिपोल लगाने की कोशिश, अब बन गए शेड
आदर्श रोड को बर्बाद करके मनमाने तरीके से लगाए गए अवैध बस स्टैंड के शेड को लेकर स्थानीय पार्षद आरेंद्र अरोरा कुक्की, सतीश चंद्र कातिब आदि ने मोर्चा खोल रखा है। सतीश चंद्र कातिब ने बताया कि आदर्श रोड पर जो ग्रीन पट्टी बनाई गई है, उसे रिजर्व रखना जरूरी है लेकिन पिछले साल भी नगर निगम ने यहां तीन यूनिपोल लगाने की मंजूरी दे दी थी। इसका विरोध कर हटवाया गया था लेकिन अब इसी जगह पर बस स्टैंड के शेड लगा दिए गए हैं। इससे आदर्श रोड बर्बाद हो रही है। इस संबंध में कई बार नगर आयुक्त को शिकायत भेजी जा चुकी है।

वर्जन—
अवैध बस स्टैंड के शेड बनाने के लिए नगर निगम की टीम बनाकर जांच शुरू कराई थी लेकिन इसमें अब तक रिपोर्ट नहीं मिली है। इस संबंध में संबंधित अधिकारियों से वार्ता करके जल्द ही आख्या मंगवाऊंगा, ताकि इसमें कार्रवाई की जा सके।
—अभिषेक आनंद, नगर आयुक्त

वर्जन-
मैं ट्रेनिंग के लिए कई दिनों से बाहर हूं, इसलिए रिपोर्ट तैयार नहीं हो सकी है। आफिस लौटते ही इस काम को प्राथमिकता के साथ पूरा करूंगा। इसमें कोई देरी नहीं की जा रही। —विवेक त्रिपाठी, सहायक नगर आयुक्त/ जांच अधिकारी

ताजा समाचार