अशफाक व बिस्मिल की विरासत खतरे में : शिवपाल यादव

लखनऊ। प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (प्रसपा) ने काकोरी बलिदान दिवस पर रविवार को परिचर्चा का आयोजन किया। इस अवसर पर पार्टी प्रमुख शिवपाल यादव ने क्रांतिवीर शहीद अशफाक उल्ला खान, पंडित राम प्रसाद बिस्मिल और रोशन सिंह की शहादत दिवस पर उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर नमन किया। प्रसपा प्रमुख शिवपाल यादव ने कहा कि अमर …
लखनऊ। प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (प्रसपा) ने काकोरी बलिदान दिवस पर रविवार को परिचर्चा का आयोजन किया। इस अवसर पर पार्टी प्रमुख शिवपाल यादव ने क्रांतिवीर शहीद अशफाक उल्ला खान, पंडित राम प्रसाद बिस्मिल और रोशन सिंह की शहादत दिवस पर उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर नमन किया।
प्रसपा प्रमुख शिवपाल यादव ने कहा कि अमर शहीद राम प्रसाद बिस्मिल व अशफाक उल्ला खान के सपने आज भी अधूरे हैं। हमें मिलकर शहीदों के महान स्वप्न को पूरा करना है। आज उनकी विरासत खतरे में है। दोनों भारत में शोषण विहीन समतामूलक गणतांत्रिक समाजवादी व्यवस्था लागू करना चाहते थे। इन्हीं की दृढ़इच्छा से चंद्र शेखर आजाद व भगत सिंह ने हिंदुस्तान समाजवादी गणतांत्रिक सेना का गठन किया था।
भाजपा पर निशाना साधते हुए शिवपाल ने कहा कि भाजपा शहीदों का नाम लेते हुए भ्रम फैला रही है। विकास को चंद लोगों तक सीमित कर दिया है इसीलिए भाजपा राज में आर्थिक विषमता बढ़ी है। देश में समाजवाद की जरूरत है। भारत का मुसलमान हिंदुओं जितना ही देशभक्त है। दोनों मिलकर आजादी की लड़ाई लड़ी है। जिन्हें मुसलमानों की देशभक्ति पर संदेह है, वे अशफाक की जीवनी पढ़े। बिस्मिल अशफाक की जोड़ी से त्याग, देशभक्ति व धार्मिक एकता की प्रेरणा मिलती है।
प्रसपा मुख्य प्रवक्ता दीपक मिश्र ने कहा कि बिस्मिल व अशफाक के साहित्यिक अवदान पर चर्चा नहीं की जाती। दोनों जितने बड़े क्रांतिकारी उतने ही महान साहित्यकार भी थे। परिचर्चा में रघुनंदन सिंह काका, राम सिंह यादव, प्रमुख प्रदेश महासचिव अभिषेक सिंह आशु, सांस्कृतिक प्रकोष्ठ की प्रदेश अध्यक्ष संगीता यादव, छात्रसभा अध्यक्ष दिनेश यादव, नागा चौधरी, कल्पेश ,जर्रार हुसैन, गयासुल हक समेत कई वक्ताओं ने विचार रखे।
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