बरेली: ‘मंडी के बाहर व्यापारियों से शुल्क लेना उचित नहीं’

बरेली, अमृत विचार। उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार मंडल के प्रांतीय महामंत्री राजेंद्र गुप्ता के नेतृत्व में मंगलवार को गल्ला, तिलहन, दलहन ,राइस मिल ,फ्लोर मिल, मेंथा ,लकड़ी ट्रेडज आदि के प्रतिनिधि जिलाधिकारी मानवेंद्र सिंह से मिले और मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन सौंपा। राजेंद्र गुप्ता ने कहा कि व्यापार मंडल की मांग मंडी के बाहर कार्य …
बरेली, अमृत विचार। उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार मंडल के प्रांतीय महामंत्री राजेंद्र गुप्ता के नेतृत्व में मंगलवार को गल्ला, तिलहन, दलहन ,राइस मिल ,फ्लोर मिल, मेंथा ,लकड़ी ट्रेडज आदि के प्रतिनिधि जिलाधिकारी मानवेंद्र सिंह से मिले और मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन सौंपा।
राजेंद्र गुप्ता ने कहा कि व्यापार मंडल की मांग मंडी के बाहर कार्य कर रहे व्यापारियों से मंडी शुल्क समाप्त करने की पिछले कई वर्षों से थी। प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री ने इस मांग को स्वीकार करते हुए जून 2020 में मंडी के बाहर लाइसेंस की अनिवार्यता और मंडी शुल्क को समाप्त कर दिया था। इसके बाद बड़ी संख्या में व्यवसायियों ने नए उद्योगों की स्थापना की। अब तीनों कृषि कानून वापस होने से मंडी शुल्क की पुरानी व्यवस्था बहाल होने से बड़ा संकट छा गया है।
गल्ला ,दलहन, तिलहन मसाले, मेंथा व लकड़ी का कारोबार व उद्योग चलाने वाले व्यापारी खुद को ठगा महसूस कर रहे हैं। महानगर महामंत्री राजेश जसोरिया ने कहा कि व्यापार मंडल इस कानून का विरोध करेगा और पूरे प्रदेश के उक्त कारोबारियों को संगठित कर अनिश्चितकालीन बंद का आह्वान करेगा। प्रांतीय उपाध्यक्ष संजीव चांदना ने कहा कि मंडी समिति से प्रभावित सभी कारोबारियों के प्रतिनिधियों की कल श्यामगंज कार्यालय में बैठक बुलाई गई है।
जिसमें आगे की रणनीति की चर्चा की जाएगी। ज्ञापन देने वालों में राजेंद्र गुप्ता के साथ राजेश जसोरिया, संजीव चांदना, अवधेश अग्रवाल डब्बू, कैलाश मित्तल, गुलशन सब्बरवाल ,मनीष अग्रवाल, विनय शर्मा, त्रिलोकी नाथ गुप्ता ,चंद्रसेन गंगवार, जाकिर हुसैन आदि उपस्थित रहे।