यूपी बोर्ड: नोडल अफसर करेंगे परीक्षा केन्द्रों का भौतिक सत्यापन

यूपी बोर्ड: नोडल अफसर करेंगे परीक्षा केन्द्रों का भौतिक सत्यापन

लखनऊ। माध्यमिक शिक्षा परिषद ने यूपी बोर्ड परीक्षा 2022 के लिए केंद्रों के निर्धारण की कवायद शुरू कर दी है। इस क्रम में सभी जिलों जिला विद्यालय निरीक्षकों को आदेश जारी किए गये हैं कि कॉलेजों की जियो टैगिंग की प्रक्रिया को जल्द से पूरा करायें, ताकि जिला स्तरीय समिति में शामिल नोडल प्रभारियों द्वारा …

लखनऊ। माध्यमिक शिक्षा परिषद ने यूपी बोर्ड परीक्षा 2022 के लिए केंद्रों के निर्धारण की कवायद शुरू कर दी है। इस क्रम में सभी जिलों जिला विद्यालय निरीक्षकों को आदेश जारी किए गये हैं कि कॉलेजों की जियो टैगिंग की प्रक्रिया को जल्द से पूरा करायें, ताकि जिला स्तरीय समिति में शामिल नोडल प्रभारियों द्वारा केन्द्रों का भौतिक सत्यापन कराया जा सके। इस संबंध में सचिव परिषद दिब्यकांत शुक्ला ने आदेश दिया है। साथ ही संयुक्त शिक्षा निदेशकों की भी जिम्मेदारी सौंपी है।

दरअसल यूपी बोर्ड परीक्षा 2022 के लिए केंद्र निर्धारण का शासनादेश जारी कर दिया गया है। कॉलेज और संस्था की ओर से परीक्षा केंद्र बनाए जाने के लिए ऑनलाइन मूलभूत सुविधाओं का विवरण देने की तिथि समाप्त हो चुकी है। इसके बाद जिला विद्यालय निरीक्षक की ओर से केंद्रों पर मूलभूत सुविधाओं के भौतिक सत्यापन के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त कर दिए गए हैं।

इसमें हर ब्लॉक (तहसील) के एक प्रधानाचार्य को नोडल अधिकारी बनाया गया है। उन्हें अपने ब्लॉक के सभी राजकीय, अशासकीय सहायता प्राप्त और वित्तविहीन विद्यालयों का भौतिक सत्यापन प्रक्रिया कुछ जिलों में शुरू हो चुकी है बाकी जिलों में भी जल्द शुरू सत्यापन प्रक्रिया शुरू होनी है। इसमें लखनऊ मंडल में आने वाले लखनऊ, रायबरेली, उन्नाव, हरदोई, सीतापुर और लखीमपुर में जियो टैगिंग का कार्य 90 फीसदी पूरा हो चुका है।

बढ़ेगी केन्द्रों की संख्या

हर साल की अपेक्षा इस बार केन्द्रों की संख्या बढ़ायी जायेगी ताकि परीक्षा के दौरान छात्रों की ओर से सोशल डिस्टेसिंग का पालन किया जा सके। इस बारे में अधिकारियों ने बताया कि प्रत्येक जिले में केन्द्रों की संख्या रिजर्व रखी जायेगी, ताकि जरूरत पड़ने पर वहां परीक्षा करायी जा सके।

अभी फाइनल नहीं है परीक्षा की तिथि

वहीं यूपी बोर्ड परीक्षा कब हो​गी इस पर स्थिति साफ नहीं है। अधिकारियों का कहना है कि परीक्षा से जुड़ी सभी तैयारियां पूरी करायी जा रही हैं, लेकिन परीक्षा का अंतिम निर्णय शासन को लेना है, शासन की ओर से जारी गाइडलाइन के अनुसार ही परीक्षाएं करायी जायेंगी। क्योंकि मौजूदा समय में संक्रमण का खतरा टला नहीं है।

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