बरेली: सम्मान निधि पाने वाले 55,243 अपात्रों से वसूली शुरू

बरेली: सम्मान निधि पाने वाले 55,243 अपात्रों से वसूली शुरू

बरेली, अमृत विचार। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का शासन स्तर पर हुए सत्यापन में गड़बड़झाला उजागर होने पर अब अपात्र किसानों से रिकवरी शुरू कर दी गई है। बरेली मंडल के 55,243 अपात्र किसान जांच में पकड़े गए थे। यह ऐसे अपात्र हैं जो किसान होने के साथ सरकारी नौकरी में भी थे या …

बरेली, अमृत विचार। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का शासन स्तर पर हुए सत्यापन में गड़बड़झाला उजागर होने पर अब अपात्र किसानों से रिकवरी शुरू कर दी गई है। बरेली मंडल के 55,243 अपात्र किसान जांच में पकड़े गए थे। यह ऐसे अपात्र हैं जो किसान होने के साथ सरकारी नौकरी में भी थे या कोई कारोबार कर रहे थे। इसके बाद भी उनके खाते में पीएम किसान योजना के तहत पैसा जा रहा था। आंकड़ों में सबसे ज्यादा बरेली जिले में 16707, बदायूं में 15743, पीलीभीत में 12817 व शाहजहांपुर में 9976 अपात्र मिले थे।

मंडल में करीब 18 लाख किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि दी जा रही है। इनके बैंक खातों में हर चौथे महीने दो हजार रुपये पहुंच जाते हैं। किसान सम्मान निधि पाने वालों में बड़ी संख्या में अपात्र शामिल हैं। बड़ी संख्या में लोगों ने जनसेवा केंद्रों के जरिए किसान सम्मान निधि के लिए पंजीकरण कराया था। इनके सत्यापन का काम कृषि और राजस्व विभाग के बीच अटक गया। बिना सत्यापन के ही लोगों के खातों में पीएम किसान सम्मान निधि की रकम भेजी जाने लगी। फरवरी 2019 से अब तक कई बार इसको लेकर सवाल भी उठे।

योजना के संबंध में फर्जीवाड़ा की शिकायतें केंद्र सरकार के पास भी पहुंची थीं, जिसके बाद सरकार ने किसान सम्मान निधि लेने वाले किसानों का आधार नंबर से सत्यापन का कार्य कराया तो बरेली मंडल में कुल 55,243 अपात्र किसान योजना का लाभ लेते मिले थे। इसमें 8314 आयकर दाता भी शामिल थे। इसी प्रकार एक परिवार में दो लोगों द्वारा सम्मान निधि लेने वाले कुल 5336 किसान मिले थे, जबकि जिला स्तर पर हुए सत्यापन कार्य में 2189 मृतकों के खाते में किसान सम्मान निधि जाती मिली थी।

वहीं 31637 गलत खातों में भुगतान होने की भी जानकारी मिली थी। इसके अलावा आधार में गलतियां आदि के कुल 7767 अपात्रों के मामले सामने आए थे, जिनका चिन्हांकन कर इनके खाते निष्क्रिय कर दिए गए थे ताकि अगली किस्त इनके खाते में न पहुंच सके।

इन बिंदुओं पर अब भी पड़ताल जारी
आयकर दाता, मृतक किसान, गलत बैंक खाता, फर्जी आधार कार्ड, भूलेख आदि बिंदुओं पर सरकार की ओर से तकनीकी रूप से पड़ताल कराई जा रही है। पीलीभीत और बदायूं में हाल ही में कुछ एक मामले ऐसे भी सामने आए हैं जिनमें किसान सम्मान निधि पाने के लिए फर्जी आधार कार्ड के साथ फर्जी बैंक खाता भी खुलवाया गया है। भूलेख संबंधी फर्जी कागजात का इस्तेमाल किया गया है।

30 फीसदी अपात्रों से हो चुकी है रिकवरी
विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक पीएम किसान सम्मान निधि का लाभ लेने वाले अपात्रों से वसूली का क्रम जारी है। लगातार नोटिस भेजे जा रहे हैं। बैंकों को भी सूचित कर दिया गया है। अब तक 30 फीसदी अपात्रों के खाते में भेजी गई सम्मान निधि की रिकवरी बैंक के माध्यम से हो चुकी है। शेष से रिकवरी की प्रक्रिया जारी है। रिकवरी की धनराशि भारत सरकार के कोष में जमा कराई जाएगी।

जांच में जो लोग अपात्र मिले थे, उनमें बड़ी संख्या में आयकरदाता भी शामिल हैं। फिलहाल, जिला कृषि विभाग की ओर से अपात्रों को रिकवरी नोटिस जारी किए जा रहे हैं, रिकवरी के बाद इस पैसे को भारत सरकार के कोष में जमा कराया जाएगा। वसूली की प्रक्रिया पूरी होते ही इसकी रिपोर्ट शासन को भी भेजी जाएगी। -डा. रामवीर कटारा, संयुक्त कृषि निदेशक