हल्द्वानी: जोहार महोत्सव में बिखेरे संस्कृति के रंग, झूमने पर मजबूर हुए दर्शक

हल्द्वानी: जोहार महोत्सव में बिखेरे संस्कृति के रंग, झूमने पर मजबूर हुए दर्शक

हल्द्वानी, अमृत विचार। जोहार सांस्कृतिक वेलफेयर सोसायटी की ओर से आयोजित दो दिवसीय जोहार महोत्सव का रविवार को सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ समापन हो गया। प्रसिद्ध लोक गायिका माया उपाध्याय, पुष्कर मेहरा और ललित मोहन जोशी के गीतों पर दर्शक झूमने को मजबूर हो गए। दो दिवसीय महोत्सव में हस्तनिर्मित उत्पादों के साथ पहाड़ी व्यंजनों …

हल्द्वानी, अमृत विचार। जोहार सांस्कृतिक वेलफेयर सोसायटी की ओर से आयोजित दो दिवसीय जोहार महोत्सव का रविवार को सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ समापन हो गया। प्रसिद्ध लोक गायिका माया उपाध्याय, पुष्कर मेहरा और ललित मोहन जोशी के गीतों पर दर्शक झूमने को मजबूर हो गए। दो दिवसीय महोत्सव में हस्तनिर्मित उत्पादों के साथ पहाड़ी व्यंजनों की धूम रही।

महोत्सव में प्रस्तुति देते जाने माने लोकगायक ललित मोहन जोशी।

कार्यक्रम में कलाकारों ने शौका समाज की संस्कृति से जुड़ीं मनमोहक प्रस्तुतियां दीं। बता दें कि चीन-तिब्बत की सीमा से सटे सीमांत मुनस्यारी क्षेत्र के जोहार घाटी के रहने वाले लोग जोहार महोत्सव का आयोजन करते हैं। सरकारी और गैर सरकारी सेवाओं में बड़े-बड़े पदों पर आसीन जोहार घाटी के लोग दूर-दूर से महोत्सव में शिरकत करने पहुंचते हैं।

जोहार सांस्कृतिक एवं वेलफेयर सोसायटी के अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह पांगती ने बताया कि जोहार घाटी की संस्कृति को बचाने और संजोए रखने के लिए महोत्सव का आयोजन किया जाता है। कोरोना गाइडलाइन की वजह से दो वर्ष बाद महोत्सव का आयोजन किया गया।