शीतकाल के लिए बंद हुए गंगोत्री धाम के कपाट, जानें यमुनोत्री, बदरीनाथ और केदारनाथ धाम के कपाट कब होंगे बंद

देहरादून, अमृत विचार। देवभूमि के धामों के कपाट बंद होने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। शुक्रवार को सुबह 11 बजकर 45 मिनट पर गंगोत्री धाम के कपाट बंद हो गए। मां गंगा के जयकारों के बीच मां गंगा की डोली मुखवा के लिए रवाना हुई। अब श्रद्धालु मां के दर्शन उनके शीतकालीन प्रवास मुखीमठ …
देहरादून, अमृत विचार। देवभूमि के धामों के कपाट बंद होने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। शुक्रवार को सुबह 11 बजकर 45 मिनट पर गंगोत्री धाम के कपाट बंद हो गए। मां गंगा के जयकारों के बीच मां गंगा की डोली मुखवा के लिए रवाना हुई। अब श्रद्धालु मां के दर्शन उनके शीतकालीन प्रवास मुखीमठ (मुखवा) में कर सकेंगे।
यमुनोत्री मंदिर समिति के सचिव सुरेश उनियाल ने बताया है कि भैया दूज पर पौराणिक परंपरानुसार शनिवार छह नवंबर को दोपहर 12:15 बजे वैदिक मंत्रोच्चार के साथ यमुनोत्री धाम के कपाट शीतकाल के लिए बंद कर दिए जाएंगे। इसके साथ ही बाबा शिव के धाम केदारनाथ के कपाट भी छह नवंबर को बंद होंगे। यही वजह है कि शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केदारनाथ के दर्शन किए और आदि शंकराचार्य की प्रतिमा का अनावरण भी किया।
20 नवंबर को बदरीनाथ मंदिर के कपाट बंद होने के साथ ही इस वर्ष की चारधाम यात्रा का समापन हो जाएगा।