हरदोई: नन्हे-मुन्ने बच्चों की एक कोशिश ने दूर किया सनी के अकेलेपन का अंधेरा

हरदोई। पिछले दीपोत्सव में सनी के घर का आंगन खुशियों से इतरा रहा था। लेकिन अब वहीं आंगन पिछली खुशियों से कोसों था, लेकिन नन्हे-मुन्ने बच्चों की एक कोशिश ने सिसक रहे आंगन में अपने हाथों से दिए जलाते हुए वहां खुशियों का राग छेड़ा। बात शहर के बगल में बसे जोगीपुर गांव की है। …
हरदोई। पिछले दीपोत्सव में सनी के घर का आंगन खुशियों से इतरा रहा था। लेकिन अब वहीं आंगन पिछली खुशियों से कोसों था, लेकिन नन्हे-मुन्ने बच्चों की एक कोशिश ने सिसक रहे आंगन में अपने हाथों से दिए जलाते हुए वहां खुशियों का राग छेड़ा। बात शहर के बगल में बसे जोगीपुर गांव की है। गांव के राजेश की बीमारी के चलते मौत हो गई थी। राजेश के न रहने से उसका इकलौता बेटा सनी पूरी तरह से टूट गया था। सनी गांव के प्राथमिक विद्यालय में पढ़ता है।
पिछली दीपावली तो सूनी रही, लेकिन इस बार स्कूल के बच्चों की टोली सनी के घर पहुंची। वहां अकेलेपन से जूझ रहे सनी के संग खुशियों के दिए जला कर वहां अपनेपन का उजाला बिखेर दिया।इस दौरान विद्यालय की प्रधानाध्यापिका तरन्नुम ख़ातून और सहायक अध्यापिका रेहाना नसरीन, अर्षिता सैनी व रुचि पुरी ने भी बच्चों के साथ-साथ सनी की खुशियों में चार-चांद लगा दिए। बच्चों की इस कोशिश को हर कोई सलाम कर रहा है।