रामपुर : 180 गांवों में 20 हजार हेक्टेअर फसलें तबाह

रामपुर, अमृत विचार। जिले में आई बाढ़ से 180 गांव प्रभावित हुए हैं और लगभग 20 हजार हैक्टेअर फसलें तबाह हो गई हैं। इसके अलावा बाढ़ से हुई पशुओं की मौत का भी सर्वे कराया जा रहा है। बाढ़ से पशुओं की मौत होने पर पड़ोसी की गवाही होना जरूरी है। बाढ़ और अतिवृष्टि के …
रामपुर, अमृत विचार। जिले में आई बाढ़ से 180 गांव प्रभावित हुए हैं और लगभग 20 हजार हैक्टेअर फसलें तबाह हो गई हैं। इसके अलावा बाढ़ से हुई पशुओं की मौत का भी सर्वे कराया जा रहा है। बाढ़ से पशुओं की मौत होने पर पड़ोसी की गवाही होना जरूरी है। बाढ़ और अतिवृष्टि के कारण कोसी नदी, भाखड़ा, पीलाखार, रामगंगा के तटवर्तीय गांवों में शत प्रतिशत और अन्य जगहों पर 70 से 80 प्रतिशत फसलें तबाह हो गई हैं।
उप जिलाधिकारी और तहसीलदार स्वयं बाढ़ प्रभावित एवं अतिवृष्टि प्रभावित क्षेत्रों में पहुंच रहे हैं, किसानों से बातचीत कर रहे हैं तथा उनके फसल के नुकसान का आपदा राहत के अंतर्गत निर्धारित प्रावधानों के अनुरूप सत्यापन किया जा रहा है। फसल नुकसान के सर्वे के साथ-साथ बाढ़ ग्रस्त होने वाले गांवों में भी टीमें पहुंच रही हैं तथा प्रभावित लोगों से बातचीत करके उनके नुकसान के बारे में निर्धारित प्रारूप पर रिपोर्ट तैयार कराई जा रही है।
बाढ़ एवं अतिवृष्टि के कारण जिले के करीब 180 गांव प्रभावित हुए हैं और लगभग 20 हजार हैक्टेअर फसलें तबाह हुई हैं। अब तक हुए आंकलन में 180 गांवों के बाढ़ प्रभावित होने और लगभग 20 हजार हैक्टेअर फसलें तबाह होने का खुलासा हुआ है। इसके अलावा पशुओं की मौत का भी सर्वे कराया जा रहा है।
बाढ़ पीड़ितों को शासन से इतना मिलेगा मुआवजा
फसल व रकबा- मुआवजा
धान, 1 हैक्टेअर- 13 हजार 500 रुपये
गन्ना- 1 हैक्टेअर- 18 हजार रुपये
पक्का मकान क्षतिग्रस्त होने पर- 95 हजार 100 रुपये
कोसी नदी समेत भाखड़ा, पीलाखार, रामगंगा के तटीवर्तीय और तलहटी के खेतों में फसलें बर्बाद हो गई हैं। जिले में करीब 180 गांव बाढ़ प्रभावित हुए हैं और लगभग 20 हजार हैक्टेअर फसलों की क्षति हुई है।
-डा. वैभव शर्मा, एडीएम राजस्व, नोडल अधिकारी बाढ़