गठिया से हैं परेशान तो खाने में करें यह परहेज, रहेंगे फिट

गठिया से हैं परेशान तो खाने में करें यह परहेज, रहेंगे फिट

आज कल के लाइफस्टाइल में गठिया की समस्या आम होती जा रही है। गठिया की समस्या बुजुर्गों  में ही नहीं जवानों और बच्चों में भी देखने को मिलने लगी है। गठिया में कभी-कभी दर्द इतना ज्यादा बढ़ जाता है कि चलने-फिरने में भी परेशानी होने लगती है। इस बीमारी के कारण शरीर में यूरिक एसिड …

आज कल के लाइफस्टाइल में गठिया की समस्या आम होती जा रही है। गठिया की समस्या बुजुर्गों  में ही नहीं जवानों और बच्चों में भी देखने को मिलने लगी है। गठिया में कभी-कभी दर्द इतना ज्यादा बढ़ जाता है कि चलने-फिरने में भी परेशानी होने लगती है। इस बीमारी के कारण शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ जाती है जिसकी वजह से जोड़ों में सूजन आ जाती है। अगर इस बीमारी से पीड़ित खान-पान पर विशेष ध्यान दे तो दर्द से बचा जा सकता है।

लहसुन, अलसी सहित इनका करें सेवन
हर दिन एक सेब जरूर खाएं। इसको छिलकर खाने से इसमें हानिकारक रसायनों के प्रभाव कम कर सकते हैं। अलसी के बीच चबाकर खाने से आपको यूरिक एसिड नियंत्रित करने में सहायता मिलेगी। आप हर दिन एक छोटा चम्मच अलसी के बीजों का सेवन कर सकते हैं। ये बीज आप खाना खाने के बाद, नाश्ते और खाने के बीच के समय में भी खा सकते हैं।

गठिया के रोगियों को विटमिन-सी युक्त भोज्य पदार्थों का सेवन करना चाहिए। जैसे संतरा, मौसमी, नींबू, अनानास, कीवी और बेरीज। फलों का सेवन दोपहर के समय करना चाहिए। सुबह या शाम के समय इनके सेवन से आपको दर्द की समस्या अधिक हो सकती है। लहसुन में सल्फर और एंटीऑक्सीडेंट के गुण पाए जाते हैं जो गठिया के मरीजों के लिए काफी फायदेमंद है। रोज सुबह खाली पेट दो-तीन लहसुन की कलियों का सेवन करना काफी फायदेमंद हो सकता है।

प्रोटिन अैर ठंडी चीजें न खाएं
गठिया के रोगियों को ऐसी चीजें खाने से बचना चाहिए जो अहसास में ठंडी होती हैं या जिनकी तासीर ठंडी होती है। जैसे, प्योर मूंग की दाल, खट्टी या फ्रिज में रखी हुई दही, खट्टी और ठंडी छाछ। इसके साथ ही आइसक्रीम, कुल्फी और बर्फ से तैयार चीजों का कम से कम सेवन करें। गठिया के रोगियों को ऐसा भोजन खाने से बचना चाहिए जिसमें प्रोटीन की अधिकता हो। गठिया के रोगियों को बादी चीजों का प्रयोग नहीं करना चाहिए। छोले, चना, राजमा, अरबी, कटहल, आदि ना खाएं। साथ ही घी या तेल में तलकर तैयार की गई खाद्य वस्तुएं यानी डीप फ्राइड भोजन का सेवन ना करें। मैदा से बने बिस्किट्स, स्नैक्स और चिप्स वगैरह खाने से भी बचें।

इनसे बढ़ता है यूरिक एसिड
नॉनवेज लवर्स के लिए मछली बहुत प्रिय होती है क्योंकि यह पोषक तत्वों का खजाना भी होती है। वहीं, ड्राइफ्रूट्स लवर्स के लिए अखरोठ से दूर रखना आसान नहीं होता है। लेकिन आपको बता दें कि गठिया का रोग होने पर आपको इन दोनों से दूर रहना चाहिए।क्योंकि अखरोठ और मछली दोनों में ही ओमेगा-3 फैटी एसिड प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। यह आपके शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा में वृद्धि करने का काम करेगा। इससे आपको इन्हें खाने का लाभ कम और हानि ज्यादा होगी। इसलिए इनसे बचना या बहुत ही कम मात्रा में इनका सेवन कर सकते हैं।

यह भी पढ़े-

परेशान कर रहा हो माइग्रेन तो इन खास बातों का रखें ध्यान

ताजा समाचार