सीतापुर: यहां मुर्दो के लिए भी बनवा दिए गए शौचालय, जानें पूरा मामला

सीतापुर। प्रधानमंत्री के स्वच्छ भारत मिशन को सरकारी सिस्टम के लोग ही कैसे पलीता लगाते हैं, इसका एक नायाब उदाहरण सकरन विकास खंड में देखने को मिला। यहां जिंदा इंसानों के साथ ही कई मुर्दों के लिए भी शौचालय बनवा दिए गए। इतना नहीं कई ऐसे लोगों के नाम पर शौचालय बनवा दिए गए, जो …
सीतापुर। प्रधानमंत्री के स्वच्छ भारत मिशन को सरकारी सिस्टम के लोग ही कैसे पलीता लगाते हैं, इसका एक नायाब उदाहरण सकरन विकास खंड में देखने को मिला। यहां जिंदा इंसानों के साथ ही कई मुर्दों के लिए भी शौचालय बनवा दिए गए। इतना नहीं कई ऐसे लोगों के नाम पर शौचालय बनवा दिए गए, जो इस ग्राम पंचायत के बाशिंदे ही नहीं हैं। स्थानीय स्तर पर सरकारी धन में हेराफेरी के लिए हुए इस कृत्य से लोगों में नाराजगी है। ग्रामीण ने इस मामले की शिकायत डीएम से की है।
स्थानीय अधिकारियों ने भी मामले की जांच व कार्रवाई करने की बात कही है। सूत्र बताते हैं कि सकरन विकास क्षेत्र की ग्राम पंचायत तारपारा में वर्ष 2018-19 में प्रधानों व पंचायत सचिवों ने एक दर्जन से ऊपर ऐसे लोगों को शौचालय का लाभ दे दिया, जिनकों मरे हुए वर्षों हो गए। सूत्रों का दावा है कि इस गांव के निवासी मृतक अवधेश, बरसाती, मनोहर, चंदरानी व रामावती सहित करीब एक दर्जन लोगों के नाम पर शौचालय बनवा दिए गए। दावा किया जा रहा है कि इन लोगों की मौत हो चुकी है। ऐसे लोगों के नाम पर शौचालय दर्शा कर रुपए निकाल लिए गए। इसके अलावा ग्राम पंचायत सकरन में महेश्वर पुत्र खुशीराम जिनकी पांच वर्ष पहले मृत्यु हो गयी थी।
सकरन के मजरा लालूपुरवा निवासी गोबर्धन पुत्र गंगा यादव की मृत्यु भी पांच वर्ष पूर्व हुयी थी। इसके अलावा करीब एक दर्जन ऐसे लोगों भी जो, दूसरे गांवों के रहने वाले हैं, लेकिन उनके नाम पर शौचालय इस ग्राम पंचायत में बनवा दिया गया। सूत्र बताते हैं कि तारपारा गांव में करीब आधा दर्जन से ऊपर कुलदीप, सुकरू, पैकरमा, रामकिशुन, सामून, राजकुमार आदि लोग यहां के निवासी नहीं है, लेकिन इनके नाम पर शौचालय बनवाए गए हैं। उक्त मामले में गांव निवासी छोटकन ने डीएम व ग्राम पंचायत राज अधिकारी को शिकायती पत्र देकर मामले की जांच करवाये जाने की मांग की है।
क्या बोले जिम्मेदार
सकरन ब्लाक के तारपारा गांव में कई मृतकों के नाम पर शौचालय बनवाए जाने को लेकर शिकाय की गई है, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। इस बारे में जब खंड विकास अधिकारी रजनीश कुमार से बात की गई तो उन्होंने बताया कि मामले की जानकारी मिली है। जांच कराई जाएगी। जांच के बाद आवश्यक कार्रवाई की जाएगी