मुरादाबाद : कांठ प्रकरण में भाजपाइयों पर दर्ज मुकदमे की टली सुनवाई

मुरादाबाद, अमृत विचार। कांठ बवाल में भाजपाइयों पर दर्ज मुकदमे पर शुक्रवार को सुनवाई नहीं हो सकी। अधिवक्ता के निधन और गवाहों के न आने के कारण कोर्ट ने सुनवाई के लिए 20 अक्टूबर की तारीख नियत की है। वहीं शुक्रवार को सुनवाई के दौरान कैबिनेट मंत्री व शहर विधायक समेत अन्य आरोपी भाजपाई कोर्ट …
मुरादाबाद, अमृत विचार। कांठ बवाल में भाजपाइयों पर दर्ज मुकदमे पर शुक्रवार को सुनवाई नहीं हो सकी। अधिवक्ता के निधन और गवाहों के न आने के कारण कोर्ट ने सुनवाई के लिए 20 अक्टूबर की तारीख नियत की है। वहीं शुक्रवार को सुनवाई के दौरान कैबिनेट मंत्री व शहर विधायक समेत अन्य आरोपी भाजपाई कोर्ट में पेश हुए।
क्या है कांठ प्रकरण
मामला करीब जुलाई 2014 का है। सपा सरकार में कांठ के अकबरपुर चेंदरी गांव में बवाल हुआ था। गांव में लाउड स्पीकर बजाने को लेकर दो पक्ष आमने-सामने आ गए थे। 4 जुलाई को एक पक्ष ने महापंचायत बुलाई थी। महापंचायत के दौरान फिर बवाल हो गया था। भीड़ ने पथराव किया तो बचाए में आए पुलिस कर्मियों ने लाठी चार्ज कर दिया। रेल यातायात भी घंटों के लिए प्रभावित हो गया था।
पथराव और मारपीट में पुलिस-प्रशासनिक अफसरों के अलावा तमाम लोग चोटिल हो गए थे। काफी मशक्कत के बाद पुलिस ने बवाल पर काबू पाया था। इस मामले में दर्ज तीन एफआईआर में पंचायती राज्यमंत्री भूपेंद्र सिंह, शहर विधायक रितेश गुप्ता समेत 65 भाजपाइयों पर रिपोर्ट दर्ज कराई थी। मौजूदा समय में एमपी-एमएलए कोर्ट में चल रही सुनवाई में गवाहों के बयान दर्ज हो रहे हैं। करीब 17 गवाहों के बयान अभी तक दर्ज हो चुके हैं।
अब 20 अक्टूबा को होगी सुनवाई
इस मामले में शुक्रवार को फिर सुनवाई हुई। हालांकि सुनवाई के दौरान कोई गवाह कोर्ट नहीं पहुंचा। वहीं एक अधिवक्ता के निधन के कारण सभी अधिवक्ता न्यायिक कार्य से विरत रहे। जिस कारण कोर्ट ने सुनवाई टालते हुए अब 20 अक्टूबर की तारीख नियत की है। बचाव पक्ष के अधिवक्ता रमेश आर्या ने बताया कि सुनवाई के दौरान कैबिनेट मंत्री चौधरी भूपेंद्र सिंह व शहर विधायक रितेश गुप्ता समेत अन्य आरोपी कोर्ट में पेश हुए थे।