हल्द्वानी: बिठौरिया में पानी के लिए त्राहिमाम, जल संस्थान के अफसर दफ्तर की कुर्सी में कर रहे आराम

हल्द्वानी: बिठौरिया में पानी के लिए त्राहिमाम, जल संस्थान के अफसर दफ्तर की कुर्सी में कर रहे आराम

संजय पाठक, अमृत विचार, हल्द्वानी। कुमाऊं के द्वार हल्द्वानी की आधी आबादी बरसात के मौसम में भी पानी की एक- एक बूंद को तरस रही है। ऐसा नहीं है कि जीवनदायिनी गौला नदी में पानी की कोई कमी हो। लेकिन जल संस्थान के जिम्मेदार अधिकारियों की लापरवाही और जनता के प्रति गैर जिम्मेदाराना रवैय्ये के …

संजय पाठक, अमृत विचार, हल्द्वानी। कुमाऊं के द्वार हल्द्वानी की आधी आबादी बरसात के मौसम में भी पानी की एक- एक बूंद को तरस रही है। ऐसा नहीं है कि जीवनदायिनी गौला नदी में पानी की कोई कमी हो। लेकिन जल संस्थान के जिम्मेदार अधिकारियों की लापरवाही और जनता के प्रति गैर जिम्मेदाराना रवैय्ये के कारण लोग पेयजल के लिए परेशान हैं। हल्द्वानी का बिठौरिया क्षेत्र भी लंबे समय से पेयजल की किल्लत से जूझ रहा है। जिस कारण दर्जनों कालोनियों के लोग त्राहिमाम कर रहे हैं, बावजूद इसके जल संस्थान के अधिकारी फील्ड में निकलने के बजाय ऑफिस की कुर्सी का आनंद ले रहे हैं।

मंगलवार सुबह चंबल पुल के नीचे क्षतिग्रस्त मुख्य पेयजल लाइन से फव्वारे की तरह गिरता पानी।

चंबल पुल पर क्षतिग्रस्त मुख्य पेयजल लाइन अफसरों की काहिली का नमूना
बीते कई महीनों से चंबल पुल के नीचे से गुजरने वाली पेजयल लाइन क्षतिग्रस्त पड़ी हुई है। रकसिया नाले के उफनाने से लाइन अक्सर टूट जाती है। लेकिन विभागीय अधिकारियों ने कभी भी इस लाइन की सुरक्षा को गंभीरता से लिया ही नहीं। हजारों की आबादी के लिए निर्भर पेयजल लाइन को पतले लोहे के दो-तीन तारों और लकड़ी से अटकाया गया है। इतना जरूर किया कि जब जनदबाव पड़ा तो लाइन के प्रस्ताव को जिला प्रशासन तक पहुंचाया दिया। लेकिन आज दिन तक इस क्षतिग्रस्त मुख्य लाइन की सुध नहीं ली गई। मंगलवार को परेशान तिलकनगर कॉलोनी के लोगों ने फव्वारा बनी पेयजल लाइन का वीडियो मेयर जोगेंद्र पाल सिंह रौतेला को दिखाया। जिसके बाद मेयर ने तत्काल अधिशासी अभियंता संजय श्रीवास्तव को फोन कर मामले की जानकारी दी। और क्षतिग्रस्त लाइन को दुरुस्त करने और तिलकनगर फेज वन में पेयजल की व्यवस्था को सुचारू करने के निर्देश दिए।

मेयर जोगेंद्र रौतेला को पेयजल किल्लत को लेकर ज्ञापन सौंपते तिलकनगर फेस वन के जागरूक लोग। फाइल फोटो

मेयर ने तिलकनगर में नई पेयजल लाइन के लिए पत्र लिखा
तिलकनगर कॉलोनी निवासी शरद चंद्र कांडपाल ने बताया कि लंबे समय से क्षेत्र में पेयजल की दिक्कत बनी हुई है। करीब तीन महीने पहले चंबल पुल के पास गैसपाइप लाइन खोदने के बाद पेयजल क्षतिग्रस्त हो गई थी। जिसके बाद लाइन में कंकड़, पत्थर घुस गए थे। जो कई दिनों की मशक्कत के बाद निकाले जा सके। बीते रविवार को लालडांठ रोड पर गोविंद पुरम के पास करीब तीन इंच लंबी जड़ निकली। तब विभागीय जेई ने पेयजल सप्लाई सुचारू करने का दावा किया था लेकिन मंगलवार दोपहर तक पेयजल सप्लाई सुचारू नहीं हो सकी। जिसके बाद मंगलवार सुबह परेशान तिलकनगर कॉलोनी के लोग मेयर जोगेंद्र रौतेला के घर पहुंचे। शरद चंद्र कांडपाल ने बताया कि मेयर को पत्र के माध्यम से नई पेयजल लाइन के लिए कहा गया है। मामले में मेयर ने ईई संजय श्रीवास्तव को स्टीमेट बनाकर जल्द से जल्द समाधान करने को पत्र लिखा है। मेयर से मिलने वालों पार्षद दीपक बिष्ट , उमेश बिष्ट, सुरेश चंद्र पाठक, विपिन अधिकारी, विजय सिंह रौतला, कमल जोशी आदि मौजूद रहे।

ईई संजय श्रीवास्तव को पेयजल किल्लत के समाधान के लिए ज्ञापन सौंपते तिलकनगर फेज वन के जागरूक लोग। (फाइल फोटो)

रोजाना हजारों लीटर पानी बर्बाद, अधिकारी बेपरवाह

चंबल पुल की क्षतिग्रस्त पेयजल लाइन से रोजाना लाखों लीटर पानी बर्बाद हो रहा है। इसके अलावा शहर के तमाम इलाकों में पेयजल लाइनें टूटी हैं। डहरिया, बरेली रोड, वनभूलपुरा, बरेली रोड, रामपुर रोड में कई जगह लीकेज की वजह से सड़कें भी टूट रही हैं। लेकिन जल संस्थान के अफसर समाधान के प्रति गंभीर नहीं हैं। लगता है जल संस्थान के दफ्तर में परेशान लोगों का प्रदर्शन के लिए आना ही जल संस्थान के अधिकारियों को भाने लगा है। ज्ञापन लेकर इतिश्री करना ही अफसरों की कार्यशैली बन चुकी है।

जेई क्या करते हैं, इसकी जानकारी मुझे नहीं- ईई
तिलकनगर में करीब 60 से अधिक परिवार बीते कई दिनों से पेयजल के त्राहिमाम कर रहे हैं। कॉलोनी के जागरूक लोग रोजाना जेई से लेकर लाइनमैन तक को पानी का दुखड़ा सुनाते हैं। बीते दिनों जल संस्थान दफ्तर जाकर ईई संजय श्रीवास्तव को ज्ञापन भी सौंपा, बावजूद इसके विभागीय अधिकारियों ने सुध नहीं ली। लोगों की समस्या पर मंगलवार दोपहर जब अमृत विचार डिजिटल टीम ने अधिशासी अभियंता संजय श्रीवास्तव से फोन पर सवाल पूछा तो उनका जवाब हैरान करने वाला था। लंबे समय से क्षेत्र में पेयजल किल्लत के सवाल पर उन्होंने कहा कि जेई को मामले की जानकारी होगी, उन्हें तो आज सुबह ही मेयर साहब के माध्यम से जानकारी हुई है। जेई दिनभर क्या करते हैं, इसकी जानकारी उन्हें नहीं, जेई खुद ही निर्णय लेने में सक्षम हैं। जो कार्य उनके सीमा क्षेत्र में नहीं होते, उसकी जानकारी वह उन्हें देते हैं। ऐसे में समझा जा सकता है कि उच्च पदों पर बैठे अधिकारी जनता की परेशानियों के लिए कितने गंभीर हैं। जो जेई तक से दैनिक रिपोर्ट तक लेना जरूरी नहीं समझते। ईई ने कहा कि मेयर ने तिलकनगर फेज वन कॉलोनी के लिए अलग से पेयजल लाइन के लिए निगम की ओर से बजट स्वीकृत करने की बात कही है। अब मामले को दिखवाया जाएगा।

सरस्वती विहार निवासी समाजसेवी रमेश जोशी ने कहा कि विभागीय अधिकारियों की लापरवाही के कारण बिठौरिया क्षेत्र के लोग साल भर पेयजल संकट से जूझते हैं। बरसात में दिक्कत और बढ़ जाती है। चंबल पुल की क्षतिग्रस्त पाइप लाइन के समाधान के प्रति विभागीय अधिकारी बिल्कुल भी गंभीर नहीं है। रोजाना क्षेत्र के लोग निजी टैंकर से पानी खरीदने को मजबूर हो रहे हैं लेकिन विभागीय अधिकारी बेफिक्र हैं। अगर जल संस्थान के अधिकारियों ने जल्द समाधान नहीं किया तो जल्द आंदोलन कर विभाग को कुंभकर्णीय नींद से जगाया जाएगा। मुख्यमंत्री तक विभाग की लापरवाही पहुंचाई जाएगी।

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