उन्नाव: पंचायत सहायक भर्ती में फर्जीवाड़ा, ग्राम प्रधान समेत 8 के विरुद्ध केस दर्ज

उन्नाव। उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले में पंचायत सहायक भर्ती मामले में धांधली पकड़ी गई है। उन्नाव के मुख्य विकास अधिकारी दिव्यांशु पटेल के आदेश पर ग्राम प्रधान, ग्राम पंचायत अधिकारी समेत 8 के विरुद्ध धोखाधड़ी की एफआईआर दर्ज कराई गई है। उत्तर प्रदेश में पंचायत सहायक भर्ती के मामले में अब तूल पकड़ना शुरू …
उन्नाव। उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले में पंचायत सहायक भर्ती मामले में धांधली पकड़ी गई है। उन्नाव के मुख्य विकास अधिकारी दिव्यांशु पटेल के आदेश पर ग्राम प्रधान, ग्राम पंचायत अधिकारी समेत 8 के विरुद्ध धोखाधड़ी की एफआईआर दर्ज कराई गई है। उत्तर प्रदेश में पंचायत सहायक भर्ती के मामले में अब तूल पकड़ना शुरू हो गया है। कुछ प्रधान पंचायत सहायक का चयन में पद का दुरुपयोग कर रहे हैं। ऐसा ही मामला उन्नाव जनपद से सामने आया है।
असोहा थानाक्षेत्र के मंझरिया ग्राम पंचायत में पंचायत सहायक के लिए जो आवेदन आये थे उनमें से ग्राम पंचायत की प्रशासनिक समिति द्वारा दूसरे क्रम की अभ्यर्थी की मेरिट को ज्यादा दर्शाते हुए पात्र बताया गया है जबकि पात्र अभ्यर्थी की मेरिट होने के बावजूद अनुमोदन के लिए भेजी गई सूची में उसे दूसरे स्थान पर रखा गया। यह जानकारी जब उन्नाव के मुख्य विकास अधिकारी दिव्यांशु पटेल को हुई तो उन्होंने प्रधान व सचिव समेत ग्राम पंचायत की प्रशासनिक समिति के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवा दिया है।
दर्ज की गई एफआईआर में साफ शब्दों में लिखा हुआ है कि ग्राम पंचायत की प्रशासनिक समिति द्वारा शासनादेश के विपरीत कार्य करते हुए धोखाधड़ी से अभ्यर्थियों की वरीयता सूची बनाने में हेराफेरी की गई है व ग्राम पंचायत सचिव द्वारा दूसरे स्थान की पूजा पुत्री ठाकुर प्रसाद को प्रथम स्थान पर दर्शाया गया है जबकि पहले स्थान की प्रीति रावत पुत्री रामकिशोर के प्राप्तांक पूजा से अधिक हैं।
भर्ती प्रक्रिया में गड़बड़ी पर प्रदेश के उन्नाव जनपद में दर्ज एफआईआर से हडक़म्प मच गया है। इस एफआईआर का असर पूरे प्रदेश में देखने को मिलेगा क्योंकि यह सिर्फ अंकेले उन्नाव के मंझरिया ग्राम पंचायत का मामला नहीं है। सवाल यह भी उठता है कि कहीं भर्ती प्रक्रिया में सचिव व प्रधान ने मिलकर अपने ही लोगों को तो नहीं कर लिया और अगर नियमों के विपरीत जाकर ऐसा किया है तो यह मुख्यमंत्री के आदेश का उल्लंघन है।