लखनऊ: एसी बस में आग लगने से चालक निलंबित, कर्मियों ने किया चक्का जाम

लखनऊ। एसी जनरथ बस में आग लगने की जांच रिपोर्ट शुक्रवार शाम आ गई। जांच में अवध बस डिपो में तैनात नियमित बस चालक छंगाराम दोषी पाया गया है। चालक को सेवा प्रबंधक ने निलंबित कर दिया। निलंबन की सूचना पर डिपो के चालक-परिचालक समेत अन्य कर्मचारी विरोध पर उतार आए। लिहाजा शुक्रवार की सुबह …
लखनऊ। एसी जनरथ बस में आग लगने की जांच रिपोर्ट शुक्रवार शाम आ गई। जांच में अवध बस डिपो में तैनात नियमित बस चालक छंगाराम दोषी पाया गया है। चालक को सेवा प्रबंधक ने निलंबित कर दिया। निलंबन की सूचना पर डिपो के चालक-परिचालक समेत अन्य कर्मचारी विरोध पर उतार आए। लिहाजा शुक्रवार की सुबह दस बजे से जनरथ बसों का संचालन ठप हो गया है। इससे कई रूटों पर जनरथ बसों का संचालन सुबह से शाम तक बंद रहा। कर्मचारी डिपो में धरना प्रदर्शन करते रहे। कर्मियों का आरोप है कि बस में आग लगने के जिम्मेदार अधिकारी है। बसों का फिटनेस समय से हुआ होता तो बस में आग लगने की घटना नहीं होती। कर्मचारियों ने सेवा प्रबंधक से एआरएम को निलंबित करने की मांग की।
कई रूटों पर बसें निरस्त, यात्रियों को भेजा मैसेज
शुक्रवार सुबह दस बजे के बाद बसें डिपो से बसें नहीं निकली। ऐसे में गोरखपुर, वाराणसी, प्रयागराज, दिल्ली, देहरादून, आगरा रूट की बसें खड़ी रही। इन बसों को रद्द करके ऑनलाइन सीटों की बुकिंग कराने वाले यात्रियों को मैसेज भेजकर किराये का रिफंड एक सप्ताह में वापस भेजने की बात कहीं गई।
तत्काल टिकट वाले यात्री हुए परेशान
कैसरबाग और आलमबाग बस अड्डे पर तत्काल में टिकट लेकर जनरथ बस से सफर करने वाले परेशान रहे। टिकट ले लिया पर बसें नहीं आई तो यात्री बस के इंतजार में बेहाल रहे। पूछताछ काउंटर पर बसों की जानकारी ली गई तो यात्रियों को बस रद्द होने की सूचना दी गई।
40 बसों का चक्का जाम
सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक 40 बसों का चक्का जाम रहा। इस दौरान रोडवेज को दस लाख रुपए का नुकसान हुआ। शाम 5 बजे कर्मचारी और अधिकारी के बीच वार्ता में मुख्यायल स्तर पर जांच कराकर मामले की पुन: जांच कराने के आश्वासन के बाद बस संचालन शुरू हो सका।
इंजन चालू करके लगाया हैंड ब्रेक
सेवा प्रबंधक विक्रम जीत सिंह ने बताया कि जांच में ड्राइवर बस का इंजन चालू करके हैंड ब्रेक लगाकर गायब हो गया। इससे सेल्फ गरम होकर करंट फैला और वायरिंग में शार्ट सर्किट से बस में आग लग गई।