अमेठी: स्वास्थ्य व्यवस्थाओं की खुली पोल, डेंगू से दो बच्चों की मौत

अमेठी। जिले में डेंगू और वायरल फीवर को लेकर स्वास्थ्य महकमे की तैयारियां क्या है इसे परखने के लिए सप्ताह भर पहले केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी अमेठी पहुंची थीं। अधिकारियों ने तब उन्हें दिखावटी व्यवस्थाएं दिखाकर वाह-वाही लूट ली थी। लेकिन दो दिन में एक ही परिवार में हुई दो मौतों ने स्वास्थ्य महकमें की …
अमेठी। जिले में डेंगू और वायरल फीवर को लेकर स्वास्थ्य महकमे की तैयारियां क्या है इसे परखने के लिए सप्ताह भर पहले केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी अमेठी पहुंची थीं। अधिकारियों ने तब उन्हें दिखावटी व्यवस्थाएं दिखाकर वाह-वाही लूट ली थी।
लेकिन दो दिन में एक ही परिवार में हुई दो मौतों ने स्वास्थ्य महकमें की सारी व्यवस्थाओं की पोल खोल कर रख दी है। भाई-बहन की मौत से स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। सीएमओ आशुतोष दुबे ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया है।
कौन है मौत का जिम्मेदार ?
अमेठी तहसील क्षेत्र के पसरावां गांव में कोहराम मचा हुआ है। गांव निवासी रामलाल कश्यप की पुत्री कविता और पुत्र हर्षित की अनजान बुखार से मौत हो गई है। मृतक बच्चों की मां ने बताया कि डेंगू से बुधवार को मेरी बेटी खत्म हुई और शुक्रवार को मेरा बेटा खत्म हो गया। उन्होंने बताया कि मोहल्ले में सब जगह गंदगी फैली रहती है। मेरी बेटी और बेटे की मौत का जिम्मेदार आखिर कौन है?
बेड के लिए किया मना
मृतक के परिजन ने बताया कि वो लोग मरीजों को सुलतानपुर हॉस्पिटल लेकर गए थे। जहां हालत बिगड़ने पर उसे मेडिकल कॉलेज लखनऊ रेफर किया गया था। मेडिकल कॉलेज में स्टाफ ने उनसे बेड ना होने की बात कही। वहां के कर्मचारियों ने भी उन लोगों से बदतमीजी की थी।
घर-घर टीम जाकर करेगी जांच
सीएमओ आशुतोष दुबे ने मौके पर पहुंचकर परिजनों से बात की है। उन्होंने बताया कि बच्चों के अस्वस्थ होने के बाद परिजन सुलतानपुर हॉस्पिटल लेकर गए थे। वहां से उन्हें लखनऊ रेफर किया गया था। बेटी का लखनऊ में निधन हुआ है। लड़के को सुलतानपुर ले गए थे। वहां से शुक्रवार को प्रतापगढ़ ले जा रहे थे। तभी रास्ते में उसकी मौत हो गई। सीएमओ प्रकरण की जांच करा रहे हैं। साथ ही स्वास्थ्य टीम को लगाया गया है। जो घर-घर जाकर डेंगू-मलेरिया की जांच करेगा