बरेली: समय के साथ बदलती रही आईएमए ब्लड बैंक की व्यवस्थाएं

बरेली, अमृत विचार। आईएमए के चिकित्सकों द्वारा संचालित आईएमए ब्लड बैंक वर्तमान में अनेक जरूरत मंदों के लिए वरदान साबित हो रहा है। जहां थैलीसीमिया से पीड़ित मरीजों को निशुल्क रक्त की जरूरत पूरी करने के अलावा दुर्घटना आदि में पूरा करने का प्रयास किया जाता है। समय बदलने के साथ यहां की व्यवस्थाओं को …
बरेली, अमृत विचार। आईएमए के चिकित्सकों द्वारा संचालित आईएमए ब्लड बैंक वर्तमान में अनेक जरूरत मंदों के लिए वरदान साबित हो रहा है। जहां थैलीसीमिया से पीड़ित मरीजों को निशुल्क रक्त की जरूरत पूरी करने के अलावा दुर्घटना आदि में पूरा करने का प्रयास किया जाता है। समय बदलने के साथ यहां की व्यवस्थाओं को भी साल दर साल सुव्यवस्थित कराया जा रहा है। मरीजों और ब्लड के जरूरतमंदों की संख्या में बढ़ोतरी होने पर ग्राउंड फ्लोर पर कम क्षेत्रफल में संचालित होने वाले ब्लड बैंक को पहली मंजिल पर संचालित किया जा रहा है।
2015 से 16 तक आईएमए के अध्यक्ष रहे और वर्तमान में चुनाव कमेटी के चैयरमैन डा. रविश कुमार अग्रवाल ने बताया कि आईएमए के नेतृत्व में लोगों की जरूरतों को देखते हुए मुख्यरूप से ब्लड बैंक का संचालन किया जाता है। फिलहाल इससे रोजाना लगभग 100 से ज्यादा लोगों को राहत दी जाती है। स्थिति यह है कि बरेली जनपद के अलावा आसपास के अनेक जिलों और उत्तराखंड के लोगों को भी इसके जरिए ब्लड की सुविधाएं मुहैया कराई जा रही हैं। हालांकि कोरोना काल में स्थानीय मरीजों की जरूरतों को देखते हुए बाहरी जिलों के लोगों को अब ब्लड देने पर रोक लगा दी गई है। भविष्य में परिस्थितियों को देखते हुए रोक हटाई भी जा सकती है।
सन 1991 में आईएमए के अध्यक्ष रहे डा. आईएस तोमर के मुताबिक आईएमए भवन के निर्माण व ब्लड बैंक के शुरुआती दिनों में इसके संचालन के लिए कठिन प्रयास किया गया था। तत्कालीन चिकित्सकों व दानदाताओं की बदौलत ब्लड बैंक वर्तमान में लोगों की सेवा में दिन-रात तत्पर है। यहां जरूरत के मुताबिक आधुनिक उपकरण स्थापित कर ज्यादा से ज्यादा ब्लड डोनेशन कराने की जरूरत है ताकि अधिक से अधिक लोगों को इसका लाभ मिले। शुरुआत से ही आईएमए के अंर्तगत चिकित्सकों की मेहनत से यहां की व्यवस्थाओं में बढ़ोतरी हो रही है। भविष्य में योजना के मुताबिक इसका विस्तार किया जाए तो और लोगों को भी इसका लाभ मिलेगा।