बरेली: पहले मेडिकल में अनफिट, फिर कर दिया फिट

बरेली, अमृत विचार। सीएमओ कार्यालय में जेल वार्डन के पद के लिए मेडिकल बोर्ड ने एक अभ्यर्थी को फ्लैट फुट बताकर अनफिट कर दिया, बाद में युवक की ओर से सेना में 15 सालों से नौकरी करने का प्रमाण पत्र दिखाने पर उसे एकाएक मेडिकली फिट बताकर प्रमाण पत्र सौंप दिया गया। मंगलवार को पूर्व …
बरेली, अमृत विचार। सीएमओ कार्यालय में जेल वार्डन के पद के लिए मेडिकल बोर्ड ने एक अभ्यर्थी को फ्लैट फुट बताकर अनफिट कर दिया, बाद में युवक की ओर से सेना में 15 सालों से नौकरी करने का प्रमाण पत्र दिखाने पर उसे एकाएक मेडिकली फिट बताकर प्रमाण पत्र सौंप दिया गया। मंगलवार को पूर्व सैन्यकर्मी का वीडियो वायरल हो गया, जिसके बाद सीएमओ कार्यालय में खलबली मच गई।
सीएमओ कार्यालय में जिला कारागार वार्डन पद के लिए दो दिन से चयनित अभ्यर्थियों का मेडिकल हो रहा है। बीते सोमवार को सीएमओ परिसर में जिस कार्यालय में मेडिकल हो रहा था। वहां एक बाहरी युवक पकड़ा गया था और हंगामा होने पर बाहरी युवक को कार्यालय से भगाया गया था। वह युवक मेडिकल में फिट कराने के नाम पर 5000- 7000 तक की मांग कर रहा था। अब मंगलवार को सीएमओ कार्यालय में एक पूर्व सैन्यकर्मी का वीडियो वायरल हो गया है।
वीडियो में पूर्व सैन्यकर्मी कह रहा है कि मेडिकल के समय उसे एक कमरे में बुलाया गया, जहां तीन से पांच डाक्टरों ने मेडिकल के बाद फ्लैट फुट बताकर अनफिट घोषित कर दिया। जब उसने बताया कि वो एक सैन्यकर्मी है और 15 साल सेना में अपनी सेवाएं दे चुका है। जिसके बाद वहां चिकित्सकों ने उसे एकाएक फिट घोषित कर दिया।
एक माह से दिख रहा बाहरी युवक
सीएमओ कार्यालय में मेडिकल बनवाने आए लोगों से जो बाहरी युवक रूपये की बात कर मेडिकल बनवाने की बात करता है, वह पिछले करीब एक माह से सीएमओ आफिस में लगातार देखा जा रहा है। युवक वहां नौकरी नहीं करता लेकिन बेधड़क अधिकारियों के कमरे में जाकर फाइल पर हस्ताक्षर कराकर आता है। कार्यालय के सूत्रों के अनुसार पहले मेडिकल बनवाने के नाम पर दलाल 100 रूपये लेते थे, लेकिन इस कर्मचारी के आने के बाद 1200 रूपए वसूले जा रहे है।
वायरल वीडियो का मामला संज्ञान में नहीं है। मेडिकल बोर्ड में विशेषज्ञ चिकित्सकों की देखरेख में किया जा रहा है। अगर अवैध वसूली वाला मामले की शिकायत आती है तो जांच कराई जाएगी। – डा. बलवीर सिंह, सीएमओ।
बरेली: मंडल में कारोबार 35 करोड़ का, टैक्स मिल रहा सिर्फ 15 लाख