आज भाजपा और निषाद पार्टी की संयुक्त रैली में अमित शाह कर सकते हैं कोई बड़ा ऐलान

लखनऊ। आगामी विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर भारतीय जनता पार्टी अपने एक्शन मोड में है। यही वजह है कि उत्तर प्रदेश में लगातार पार्टी के बड़े नेताओं का आना जाना लगा हुआ है। इसी कड़ी में आज 17 दिसंबर शुक्रवार को लखनऊ के रमाबाई अंबेडकर मैदान में प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर आज …
लखनऊ। आगामी विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर भारतीय जनता पार्टी अपने एक्शन मोड में है। यही वजह है कि उत्तर प्रदेश में लगातार पार्टी के बड़े नेताओं का आना जाना लगा हुआ है। इसी कड़ी में आज 17 दिसंबर शुक्रवार को लखनऊ के रमाबाई अंबेडकर मैदान में प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर आज एक बड़ी चुनावी रैली आयोजित सोने जा रही है।
भारतीय जनता पार्टी और निषाद पार्टी की सरकार बनाओ अधिकार पाओ संयुक्त रैली आगामी चुनाव के मद्देनजर काफी महत्वपूर्ण मानी जा रही है। भाजपा का निषाद पार्टी के साथ गठबंधन होने के बाद यह पहली संयुक्त रैली है। इसमें केंद्रीय मंत्री अमित शाह, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, उप मुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह के साथ निषाद पार्टी के अध्यक्ष संजय निषाद एक साथ मंच साझा करेंगे।
उत्तर प्रदेश में चुनावी सरगर्मी के बीच बड़े दल छोटे दलों के साथ लाने में काफी सक्रियता दिखा रहे हैं। सपा भी इन दिनों इसी अभियान में जुटी है। भाजपा ने निषाद पार्टी सहित कई दलों के साथ गठबंधन किया है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि अखिलेश यादव की इस रणनीति को तोड़ने में भारतीय जनता पार्टी किस प्रकार सफल हो पाती है।
पढ़ें- लखनऊ में एक दिवसीय दौरे पर अमित शाह, अहम रैली और लोकार्पण के चलते बदली रहेगी शहर की यातायात व्यवस्था
ऐसा माना जा रहा है कि भारतीय जनता पार्टी द्वारा इस संयुक्त निषाद रैली के माध्यम से प्रदेश में 3 से 4 फीसदी आबादी वाले निषाद-मछुआरा मतदाताओं को साधने का प्रयास किया जा रहा है। पार्टी प्रदेश की 100 से अधिक सीटों पर इनके प्रभाव का फायदा उठाना चाह रही है। इस संयुक्त रैली द्वारा भाजपा की नजर समाजवादी पार्टी द्वारा अनेक छोटे दलों के साथ किए गए गठबंधन के प्रभाव को भी कम करना होगा।
2017 और 2019 के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की ओर से प्रदेश में जिस प्रकार से अप्रत्याशित जीत हासिल की गई, इसमें निषाद समुदाय का भाजपा के पक्ष में बड़ी संख्या में मतदान करना भी एक अहम कारक माना जाता है।
निषाद वोट बैंक को साधने के लिए आयोजित की जा रही इस संयुक्त रैली की ओर भाजपा नेता निषाद समुदाय के लिए राज्य में किए गए महत्वपूर्ण कार्यों की जानकारी देंगे। साथ ही यह भी कयास लगाया जा रहा है कि इस रैली में गृह मंत्री अमित शाह निषाद-मछुआरा समुदाय के लिए कुछ बड़ी घोषणाएं भी कर सकते हैं।