उत्तराखंड का सबसे बड़ा जालसाज रितेश पांडे गिरफ्तार, सरकारी नौकरी लगवाने का लेता था ठेका

उत्तराखंड का सबसे बड़ा जालसाज रितेश पांडे गिरफ्तार, सरकारी नौकरी लगवाने का लेता था ठेका

हल्द्वानी, अमृत विचार। ऐसा कोई सगा नहीं जिसे जालसाज रितेश पांडे ने ठगा नहीं। सरकारी नौकरी लगवाने के नाम पर उत्तराखंड के 13 जिलों के न जाने कितने युवाओं को चूना लगाने वाला हल्द्वानी का जालसाज रितेश पांडे गिरफ्तार हो गया। पुलिस जांच में यह भी सामने आया है कि जालसाज रितेश पांडे के ठगी के …

हल्द्वानी, अमृत विचार। ऐसा कोई सगा नहीं जिसे जालसाज रितेश पांडे ने ठगा नहीं। सरकारी नौकरी लगवाने के नाम पर उत्तराखंड के 13 जिलों के न जाने कितने युवाओं को चूना लगाने वाला हल्द्वानी का जालसाज रितेश पांडे गिरफ्तार हो गया।

जालसाज रितेश पांडे के काले कारनामों का चिट्ठा खोलते एसपी सिटी हरबंस सिंह, पीछे सफेद टोपी पहने खड़ा जालसाज रितेश पांडे।

पुलिस जांच में यह भी सामने आया है कि जालसाज रितेश पांडे के ठगी के नेटवर्क में हल्द्वानी के कुछ पत्रकार और राजनीतिक पार्टियों के लोग भी शामिल हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि जालजास रितेश पांडे का ठगी का नेटवर्क उत्तराखंड में ठगों का सबसे बड़ा गिरोह निकलेगा। जिस वक्त पुलिस ने जालजास को गिरफ्तार किया वह फार्चूनर में सवार था, ऐसे में समझा जा सकता है कि वह किस तरह भोले भाले लोगों का ठगकर अय्याशी करता था।

आज एसपी सिटी हरबंस सिंह ने प्रेसवार्ता के माध्यम से जालसाज रितेश पांडे के कारनामों का काला चिट्ठा खोल दिया। फिलहाल पुलिस पूछताछ में रितेश पांडे ने नैनीताल जिले में 03 करोड़ 28 लाख 10 हजार रूपये की ठगी स्वीकारी है। वह हल्द्वानी और देहरादून से ठगी का नेटवर्क चलाता था, जिसमें उसके मददगार कुछ पत्रकार और राजनेता भी थे। रामनगर, नैनीताल, बाजपुर, रुद्रपुर, अल्मोड़ा में पहले ही रितेश पांडे के खिलाफ पीड़ित सामने आ चुके हैं जिसके बाद आरोपी के खिलाफ संबंधित थानों में रिपोर्ट दर्ज की गई है।

आखिरकार पुलिस गिरफ्त में आ ही गया जालसाज रितेश पांडे।

एसपी सिटी हरबंस सिंह के सामने रितेश पांडे ने कबूला कि वह अब तक 90 लोगों की सरकारी नौकरी लगवा चुका है। उसका ठगी का कारोबार साल 2014 से जारी है। अब तक वह सैकड़ों लोगों को नौकरी लगवाने के नाम पर करोड़ों का चूना लगा चुका है। फिलहाल मुखानी थाना पुलिस ने ठग रितेश पांडे के खिलाफ आईपीसी की धारा 420/504/506 लगाई हैं, जो उसके अपराध के हिसाब से बेहद कमजोर हैं। सवाल उठता है कि कोई भी व्यक्ति इतने बड़े स्तर पर ठगी अकेले दम पर नहीं कर सकता।

यह तय है कि उसके साथ पूरा गिरोह शामिल है। पत्रकार वार्ता के दौरान एसपी सिटी हरबंस सिंह ने कहा कि उम्मीद है कि जालसाज की गिरफ्तारी के बाद ठगी के दूसरे पीड़ित भी सामने आएंगे जिसके बाद आरोपी के खिलाफ दर्ज धाराओं को बढ़ाया जाएगा। उन्होंने कहा कि पीड़ितों के साथ न्याय होगा, इसके लिए आरोपी के बैंक अकाउंट, प्रापर्टी समेत अन्य दस्तावेजों को खंगाला जाएगा। बहरहाल नौकरी का झांसा देने वाला ठग रितेश पांडे पुलिस की गिरफ्त में है।

मुखानी थाना जहां ठगी के पीड़ित नवीन चंद्र जोशी को पिछले आठ महीने से जालसाज रितेश पांडे के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए भटकना पड़ा, आखिरकार एसएसपी के आदेश पर हुई एफआईआर।

मुखानी थाना पुलिस की कार्रवाई सवालों के घेरे में
इस पूरे मामले में मुखानी थाना पुलिस की कार्रवाई को भी सवालों के घेरे खड़ा कर दिया है। बताते चलें कि जिस पीड़ित की शिकायत के बाद आज मुखानी थाना पुलिस ने ठग रितेश पांडे को गिरफ्तार करने का दावा किया है वह पीड़ित नवीन चंद्र जोशी पिछले आठ महीने से मुखानी थाने के चक्कर काट काट कर थक चुका था।

मुखानी थाना पुलिस की हीलाहवली के परेशान होकर  एसएसपी पंकज भट्ट के सामने न्याय की गुहार लगाते पीड़ित नवीन चंद्र जोशी। जिसके बाद जालसाज के खिलाफ दर्ज हो सकी एफआईआर।

पीड़ित की मानें तो इस मामले में सीएम पोर्टल में भी शिकायत की गई लेकिन मुखानी थाना पुलिस ने फिर भी रिपोर्ट दर्ज नहीं की। इस बीच कई बार सीओ आपरेशन नितिन लोहनी से मिलकर भी पीड़ा बयां की। आखिरकार परेशान होकर पीड़ित नवीन चंद्र जोशी ने बीते 23 अप्रैल को एसएसपी पंकज भट्ट के सामने न्याय की गुहार लगाई थी। जिसके बाद एसएसपी के आदेश पर मुखानी पुलिस ने जालसाज रितेश पांडे के खिलाफ दो दिन बाद 25 अप्रैल को रिपोर्ट दर्ज की। मुखानी थाना पुलिस ने भले ही ठग रितेश पांडे की आज गिरफ्तारी दिखाई हो लेकिन सूत्रों की मानें तो पिछले दो दिन से पुलिस आरोपी को पूछताछ कर रही थी। बहरहाल देर से ही सही पीड़ितों के आंसू और बद्दुआ की जीत हुई और ठगी का आरोपी सलाखों के पीछे पहुंच गया।