Discriminating
साहित्य 

लड़की जीना चाहती है

लड़की जीना चाहती है प्रकृति की है यही पुकार, लड़कियां हो बराबर की हकदार। भेदभाव की दीवार को हटा दो तुम , खुद को नेक इंसान बनालो तुम। बेटी है ईश्वर का तोहफा अनमोल, मत इसको दुतकारो तुम। बेटा पाने की चाहत में , मां को ही मत मारो तुम। बेटे को खुशियां देकर, बेटी से खुशियां न छीनो …
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