बाराबंकी में बनेगा नारकोटिक्स थाना, यहां होती है अफीम की खेती

बाराबंकी में बनेगा नारकोटिक्स थाना, यहां होती है अफीम की खेती

बाराबंकी। उत्तर प्रदेश सरकार ने मादक पदार्थों के कारोबार पर नकेल कसने की तैयारी शुरू कर दी है। इसके लिए प्रदेश का पहला नारकोटिक्स थाना बाराबंकी में खोला जाएगा। बाराबंकी को न केवल प्रदेश के प्रमुख अफीम उत्पादक जिलों में शुमार किया जाता है बल्कि यहां मार्फीन, हेरोइन, चरस गांजा का कारोबार बड़े पैमाने पर …

बाराबंकी। उत्तर प्रदेश सरकार ने मादक पदार्थों के कारोबार पर नकेल कसने की तैयारी शुरू कर दी है। इसके लिए प्रदेश का पहला नारकोटिक्स थाना बाराबंकी में खोला जाएगा। बाराबंकी को न केवल प्रदेश के प्रमुख अफीम उत्पादक जिलों में शुमार किया जाता है बल्कि यहां मार्फीन, हेरोइन, चरस गांजा का कारोबार बड़े पैमाने पर होता है।

जिले में पहले से ही नारकोटिस का दफ्तर है। जहां पर्याप्त स्थान भी है। प्रस्तावित थाना इसी परिसर में खुलने की संभावना व्यक्त की जा रही है। राज्य सरकार द्वारा लिए गए निर्णय के अनुसार यह थाना एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स के अधीन होगा। सूत्रों के मुताबिक बाराबंकी के अलावा गाजीपुर में भी नारकोटिक्स कंट्रोल थाना खोलने की योजना है।

एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स में केंद्र की अन्य विशिष्ट इकाइयां नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो सेंट्रल ब्यूरो ऑफ नारकोटिक्स डायरेक्टर आफ रिवेन्यू इंटेलिजेंस से अधिकारियों को प्रतिनियुक्ति के आधार पर लिया जाएगा। नारकोटिस टास्क फोर्स के सदस्यों को प्रोत्साहन के लिए पुरस्कार व अन्य विशेष भत्ते की व्यवस्था होगी। एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स मादक पदार्थों के परिवर्तन के आधार पर प्रभावी अंकुश लगाने का कार्य करेगा।

यह भी पढ़ें:-बरेली: दवा व्यापारी से वसूली मामले में नारकोटिक्स विभाग कर्मियों पर बैठी जांच