सीतापुर: परिवार नियोजन की अलख जगाने कल से मैदान में उतरेंगे सास-बहू और बेटा

सीतापुर: परिवार नियोजन की अलख जगाने कल से मैदान में उतरेंगे सास-बहू और बेटा

सीतापुर। परिवार नियोजन के प्रति अलख जगाने के लिए सोमवार 20 सितंबर से आगामी 20 अक्टूबर के मध्य सास के संग बेटा और बहू एकसाथ मैदान में उतर रहे हैं। हम बात कर रहे हैं स्वास्थ्य उपकेंद्रों पर आयोजित होने वाले सास-बेटा-बहू सम्मेलन की। यह आयोजन राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के निर्देशन में मिशन परिवार विकास …

सीतापुर। परिवार नियोजन के प्रति अलख जगाने के लिए सोमवार 20 सितंबर से आगामी 20 अक्टूबर के मध्य सास के संग बेटा और बहू एकसाथ मैदान में उतर रहे हैं। हम बात कर रहे हैं स्वास्थ्य उपकेंद्रों पर आयोजित होने वाले सास-बेटा-बहू सम्मेलन की। यह आयोजन राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के निर्देशन में मिशन परिवार विकास के तत्वावधान में होंगे। परिवार नियोजन कार्यक्रम के नोडल अधिकारी और एसीएमओ (आरसीएच) डॉ. कमलेश चंद्रा ने बताया कि इस एक माह की अवधि में जिले भर में कुल 3,053 सास-बेटा-बहू सम्मेलनों का आयोजन किया जा रहा है।

पहले दिन 20 सितंबर को 383 स्वास्थ्य उपकेंद्रों पर यह सम्मेलन आयोजित हो रहे हैं। कार्यक्रम को रोचक बनाने के लिए प्रतिभागियों के मध्य प्रश्नोत्तरी, गुब्बारा खेल व अन्य प्रतियोगिताओं का भी आयोजन किया जाएगा। विजयी प्रतिभागियों को पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे। इस मौके पर दंपति अपने अनुभव साझा करेंगे। प्रतिभागी बेटा द्वारा मुख्य संदेश पढ़ते हुए शपथ ली जाएगी। इसके अलावा स्वास्थ्य उप केंद्रों पर एक वर्ष के दौरान चिन्हित नव विवाहित दंपति को परिवार नियोजन साधन के बारे में परामर्श देने के बाद शगुन किट का वितरण किया जाएगा।

परिवार नियोजन प्रबंधक जावेद खान ने बताया कि सम्मेलन में बेटा से आशय सास के बेटे अर्थात प्रतिभाग करने वाली बहू के पति से है। उन्होंने यह भी बताया कि सम्मेलन की शुरूआत परिचय से होगी। प्रत्येक सम्मेलन में प्रति आशा 8-10 परिवारों से सास, बेटा एंव बहू प्रतिभाग करेंगे। इस तरह प्रत्येक सम्मेलन में लगभग 90 प्रतिभागी शामिल होंगे।

नोडल अधिकारी करेंगे समीक्षा

सीएमओ डॉ. मधु गैरोला ने बताया कि सास-बेटा-बहू सम्मेलनों के आयोजन की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। इस आयोजन के दौरान कोविड-19 के प्रोटोकाल जैसे मास्क, शारीरिक दूरी तथा सैनिटाइजर आदि का उपयोग किया जाएगा। सम्मेलन की समय अवधि लगभग तीन घंटे की होगी। उन्होंने यह भी बताया कि सम्मेलनों के सफल संचालन को लेकर ब्लाॅक स्तर पर नोडल अधिकारी नियुक्त किए गए हैं। यह  जिला स्तरीय कार्यालय पर अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे। अंतिम तारीख के बाद रिपोर्ट राज्य स्तरीय कार्यालय को प्रेषित की जाएगी।

सम्मेलन में यह लोग लेंगे भाग

सम्मेलन में विगत एक वर्ष के दौरान विवाहित दंपती हिस्सा लेंगे। इसके अलावा विगत एक वर्ष के अंदर उच्च जोखिम वाली गर्भवती महिलाएं, ऐसे दंपती जिन्होंने परिवार नियोजन का कोई भी साधन नहीं अपनाया, ऐसे दम्पति जिनके तीन से अधिक बच्चे हैं। आदर्श दंपति, ऐसे दंपति जिनका विवाह से दो वर्ष बाद पहला बच्चा हुआ हो, पहले बच्चे से दूसरे बच्चे में कम से कम तीन साल का अंतराल हो और ऐसे दंपति जिन्होंने दो बच्चों के बाद स्थायी साधन अपनाया हो। यह लोग शामिल होंगे।