सीतापुर: एसडीएम से नाराज अधिवक्ताओं ने विधायक को सौंपा ज्ञापन, रखीं मांगें

सीतापुर: एसडीएम से नाराज अधिवक्ताओं ने विधायक को सौंपा ज्ञापन, रखीं मांगें

सीतापुर। एसडीएम के रवैये को लेकर अधिवक्ताओ में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। एसडीएम के खिलाफ वकीलों ने मोर्चा खोल दिया। वकीलों का आरोप है कि एसडीएम को नियम और कानूनों की कोई जानकारी नहीं है। शनिवार को लायर्स एसोसिएशन के बैनर तले अधिवक्ताओं ने एसडीएम पर कई गंभीर आरोप लगाते हुए विधायक आशा मौर्य …

सीतापुर। एसडीएम के रवैये को लेकर अधिवक्ताओ में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। एसडीएम के खिलाफ वकीलों ने मोर्चा खोल दिया। वकीलों का आरोप है कि एसडीएम को नियम और कानूनों की कोई जानकारी नहीं है। शनिवार को लायर्स एसोसिएशन के बैनर तले अधिवक्ताओं ने एसडीएम पर कई गंभीर आरोप लगाते हुए विधायक आशा मौर्य को ज्ञापन सौंपा और जांच करा कर कार्रवाई कराने की मांग की है।

शनिवार को लायर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष वीरेन्द्र पटेल, महामंत्री राजकिशोर, राजीव मौर्या आदि ने विधायक आशा मौर्या को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में वकीलों ने क्षेत्रीय एसडीएम दिव्या ओझा पर गंभीर आरोप जड़े। वकीलों ने आठ सूत्रीय मांगपत्र में बताया कि एसडीएम दिव्या ओझा तहसील मुख्यालय पर न रूककर बाहर रहने के साथ वहीं अधीनस्थों को बुलाकर कार्य कराती हैं। एसडीएम की कार्यशैली व भाषाशैली भी ठीक नही है।

वकीलों का आरोप है कि एसडीएम द्वारा अमर्यादित भाषा का प्रयोग किया जाता है जो कि आपत्तिजनक है। एसडीएम द्वारा कोर्ट में बैठकर कोई भी न्यायिक कार्य नहीं किया जाता और अनावश्यक रूप से अधिवक्ताओं और वादकारियों को परेशान करने की नीयत से सीमांकन जैसे वादों में सीएच 45 व आधार वर्ष खतौनी की मांग की जाती है, जबकि सीमांकन जैसे वादों में सीएच 41 व सीएच 45 व आधार वर्ष खतौनी की कोई आवश्यकता नहीं होती।

एसडीएम द्वारा 24 व 25 मार्च को लायर्स एसोसिएशन का स्थगन प्रस्ताव होते हुए भी बिना न्यायालय में बैठे व पुकार कराये मनमाने तरीके से डेढ दर्जन पत्रावलियां निरस्त कर दी गईं। एसडीएम द्वारा किसी मुकदमे में कोई बहस नहीं सुनी जाती और न ही मेरिट पर कोई वाद तथ्यों व साक्ष्य के आधार पर निर्णीत किया जाता है।

उनका महत्वपूर्ण राजकीय सेवा में रहना वादकारियों व जनहित के विरूद्ध है, क्योंकि उनकी कार्य प्रणाली जनता के मूलभूत कानूनी अधिकारियों के विरूद्ध है। एसडीएम की कार्यशैली से अधिवक्ता क्षुब्ध है। जिससे न्यायिक कार्य कर पाना संभव नहीं है। वकीलों ने एसडीएम के खिलाफ जांच कर कार्रवाई की मांग की है।

विधायक आशा मौर्या ने बताया कि वकीलों ने ज्ञापन सौंपा है। अधिवक्ताओं ने जो समस्याए बताई है, उनका समाधान कराने का पूरा प्रयास होगा। एसडीएम से बैठकर भी इस मामले में वार्ता की जायेगी। जनता का हित सर्वाेपरि है और इस मामले में कोई कोताही बर्दाश्त नहीं की जायेगी।

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