श्रावस्ती : सड़क किनारे खड़े हो रहे बेतरतीब वाहन, आम लोगों के लिए बने समस्या का सबब

श्रावस्ती : सड़क किनारे खड़े हो रहे बेतरतीब वाहन, आम लोगों के लिए बने समस्या का सबब

श्रावस्ती । भिनगा और इकौना नगर में टैक्सी स्टैंड नहीं है। ऐसे में मार्ग के किनारे पटरियों से ही जनपद के विभिन्न क्षेत्रों के लिए टैक्सी व टैंपो का संचालन किया जा रहा है। प्रशासन की सख्ती के बाद इसे बाजार से बाहर कर दिया गया है। ऐसे में दैनिक यात्रियों विशेष कर महिलाओं व …

श्रावस्ती भिनगा और इकौना नगर में टैक्सी स्टैंड नहीं है। ऐसे में मार्ग के किनारे पटरियों से ही जनपद के विभिन्न क्षेत्रों के लिए टैक्सी व टैंपो का संचालन किया जा रहा है। प्रशासन की सख्ती के बाद इसे बाजार से बाहर कर दिया गया है। ऐसे में दैनिक यात्रियों विशेष कर महिलाओं व बच्चों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। जिस पर प्रशासन की ओर से ध्यान न दिए जाने के कारण लोगों की मुश्किलें बढ़ गई है।

दूसरी तरफ जिला मुख्यालय भिनगा अन्तर्गत सीएमओ कार्यालय के निकट, तहसील के पीछे, ईदगाह तिराहा व दहाना बस स्टैंड के पास तथा इकौना नगर अन्तर्गत संजय पार्क, मछलकि मंडी, बस स्टैंड, बाईपास और सांई मंदिर के किनारे पटरियों से इनका संचालन हो रहा है। मुख्यमंत्री के सख्त निर्देश के बाद जिला प्रशासन द्वारा रामलीला मैदान को छोड़ कर शेष स्थानों पर खड़े होने वाले वाहनों को एक एक किलोमीटर दूर जाने का फरमान जारी कर दिया गया है। इस फरमान के बाद जहां सिरसिया व तालबघौड़ा मार्ग पर जाने वाले वाहनों को भिनगा रेंजरी के पास खड़ा करने को कहा गया है।

वहीं सेमरी मार्ग के वाहनों को खलवा बाजार से आगे व बहराइच मार्ग के वाहनों को खैरी मोड़ के आसपास ले जाने को कहा गया है। इस निर्देश के बाद मुख्य मार्ग की पटरियों से संचालित अवैध टैक्सी स्टैंड के कारण जहां मुख्यमंत्री के आदेश का अनुपालन नहीं हो पा रहा है। वहीं दैनिक यात्रियों को जेठ की तपती दोपहरी में अनाधिकृत रूप से एक से डेढ़ किलोमीटर पैदल चलना पड़ रहा है।

इन स्थानों पर पेयजल व प्रकाश की व्यवस्था भी न होने से दैनिक यात्रियों विशेष कर महिलाओं व बच्चों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। जिस पर जिला प्रशासन की ओर ध्यान न दिए जाने के कारण जनाक्रोश पनप रहा है। ऐसे में दैनिक यात्रियों आला अधिकारियों से हस्तक्षेप कर सभी मार्गों पर चलने वाले टैक्सियों का संचालन एक स्थान से कराने व इसके लिए भूमि चिह्नित करने की मांग किया है। ताकि लोगों को सहूलियत मिल सके।

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