शेनझोउ-13: इतिहास का सबसे बड़ा मिशन शुरू, चीन ने छह महीने के लिए तीन अंतरिक्ष यात्रियों को किया रवाना

शेनझोउ-13: इतिहास का सबसे बड़ा मिशन शुरू, चीन ने छह महीने के लिए तीन अंतरिक्ष यात्रियों को किया रवाना

बीजिंग। चीन का शेनझोउ-13 अंतरिक्ष यान देश के तीन अंतरिक्ष यात्रियों को लेकर शनिवार को अपने अंतरिक्ष केंद्र पहुंचा। ये अंतरिक्ष यात्री रिकॉर्ड छह महीने तक वहां रहेंगे। लॉन्ग मार्च-2एफ रॉकेट से शुक्रवार देर रात 12 बजकर 23 मिनट पर अंतरिक्ष यान को भेजा गया और करीब साढ़े छह घंटे बाद शनिवार सुबह छह बजकर …

बीजिंग। चीन का शेनझोउ-13 अंतरिक्ष यान देश के तीन अंतरिक्ष यात्रियों को लेकर शनिवार को अपने अंतरिक्ष केंद्र पहुंचा। ये अंतरिक्ष यात्री रिकॉर्ड छह महीने तक वहां रहेंगे। लॉन्ग मार्च-2एफ रॉकेट से शुक्रवार देर रात 12 बजकर 23 मिनट पर अंतरिक्ष यान को भेजा गया और करीब साढ़े छह घंटे बाद शनिवार सुबह छह बजकर 56 मिनट पर यान तियांगोंग अंतरिक्ष केंद्र के कोर मॉड्यूल पहुंचा।

इस अंतरिक्ष यान से रवाना हुए दो पुरुष और एक महिला दूसरे क्रू सदस्य हैं जो अंतरिक्ष केंद्र में गए हैं। यह अंतरिक्ष केंद्र गत अप्रैल में स्थापित किया गया था। पहले क्रू सदस्य तीन महीने तक वहां रहे थे। इन क्रू सदस्यों में से दो अंतरिक्ष यात्रियों झाई झिगांग (55) और वांग यापिंग (41) को पहले भी अंतरिक्ष यात्रा करने का अनुभव रहा है। ये ग्वांगफू अंतरिक्ष की पहली बार यात्रा कर रहे हैं। उन्हें सेना के एक बैंड और समर्थकों द्वारा लोकप्रिय देशभक्ति गीत गाते हुए रवाना किया गया।

चीन ने हाल के वर्षों में अपने अंतरिक्ष कार्यक्रम में काफी तेज प्रगति की है। ये क्रू सदस्य अंतरिक्ष केंद्र में उपकरण स्थापित करने के लिए तीन स्पेसवॉक करेंगे, अंतरिक्ष में जीवन की संभावनाओं को खोजेंगे और अंतरिक्ष औषधि तथा अन्य क्षेत्रों में प्रयोग करेंगे। चीन की सेना द्वारा संचालित अंतरिक्ष कार्यक्रम की योजना अंतरिक्ष केंद्र को पूरी तरह संचालन की स्थिति में लाने के लिए अगले दो वर्षों में वहां कई क्रू सदस्यों को भेजने की है। इस साल के अंत तक दो और चीनी मॉड्यूल भेजे जाने हैं।

चीन के विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को अंतरिक्ष के शांतिपूर्ण इस्तेमाल में अन्य देशों के साथ सहयोग की अपनी प्रतिबद्धता दोहरायी। मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजिआन ने कहा कि चीन अंतरिक्ष यान भेजने में अंतरराष्ट्रीय सहयोग करता रहेगा और ब्रह्मांड के रहस्यों को खोजने में सकारात्मक योगदान देगा। चीन के अंतरिक्ष कार्यक्रम के गोपनीय प्रकृति के होने और सेना से करीबी संबंध होने को लेकर अमेरिका की आपत्ति के कारण उसे अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष केंद्र से बाहर रखा गया।

इसके कारण चीन ने स्थायी अंतरिक्ष केंद्र शुरू करने से पहले दो प्रयोगात्मक मॉड्यूल अंतरिक्ष में भेजे। अमेरिकी कानून के मुताबिक अमेरिका और चीन के अंतरिक्ष कार्यक्रमों के बीच संपर्क के लिए कांग्रेस की मंजूरी की आवश्यकता होती है लेकिन चीन फ्रांस, स्वीडन, रूस और इटली समेत अन्य देशों के अंतरिक्ष विशेषज्ञों से सहयोग ले रहा है।

चीनी अधिकारियों ने कहा कि अंतरिक्ष केंद्र के पूरी तरह संचालन की स्थिति में आने पर वह दूसरे देशों के अंतरिक्ष यात्रियों को भी अंतरिक्ष केंद्र ले जाने के लिए उत्सुक है। चीन ने 2003 से अब तक 14 अंतरिक्ष यात्रियों को रवाना किया है। वह पूर्व सोवियत संघ और अमेरिका के बाद अंतरिक्ष में अपने दम पर अंतरिक्ष यात्री को भेजने वाला 2003 में तीसरा देश बन गया था।

इसे भी पढ़ें…

पाकिस्तान ने की अफगानिस्तान के मस्जिद में हुए आतंकवादी हमले की निंदा

ताजा समाचार

लखनऊ पूर्वी विधानसभा से BJP प्रत्याशी ओपी श्रीवास्तव नामांकन करने पहुंचे कलेक्ट्रेट, वित्त मंत्री और महापौर सहित कई नेता रहे साथ 
प्रयागराज: DIOS समेत आठ के खिलाफ केस दर्ज, फर्जी दस्तावेज बनाने का आरोप
IPL 2024 : आत्मविश्वास से ओतप्रोत दिल्ली कैपिटल्स का सामना खराब फार्म से जूझ रही मुंबई इंडियंस से 
छत्तीसगढ़: चुनाव ड्यूटी के लिए पहुंचे मध्य प्रदेश पुलिस के जवान ने खुद को मारी गोली, मौत 
Thomas Cup : भारतीय पुरुष बैडमिंटन टीम की नजरें थॉमस कप खिताब बरकरार रखने पर, पीवी सिंधु भी छाप छोड़ने को तैयार
लखीमपुर खीरी: एसपी ने क्रिटिकल व वल्नरेबल मतदान केन्द्रों का निरीक्षण कर देखी व्यवस्थाएं