Congress President Election: थरूर के बाद खड़गे ने किया कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए नामाकंन, जानिए किसे बताया ‘भीष्म पितामह’

नई दिल्ली। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और सांसद शशि थरूर ने दिल्ली में AICC कार्यालय में कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए अपना नामांकन दाखिल किया। कांग्रेस सांसद और अध्यक्ष पद उम्मीदवार शशि थरूर ने कहा कि मैंने अपना नामांकन पत्र दाखिल किया है जिसमें 50 लोगों ने मेरा समर्थन किया है। यह आंकड़ा 60 होगा …

नई दिल्ली। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और सांसद शशि थरूर ने दिल्ली में AICC कार्यालय में कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए अपना नामांकन दाखिल किया। कांग्रेस सांसद और अध्यक्ष पद उम्मीदवार शशि थरूर ने कहा कि मैंने अपना नामांकन पत्र दाखिल किया है जिसमें 50 लोगों ने मेरा समर्थन किया है। यह आंकड़ा 60 होगा क्योंकि एक और जगह से फॉर्म आ रहा है जिसे हम 3 बजे के पहले दाखिल करेंगे। देश के 12 राज्यों के कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने हमारी मदद की है। खड़गे साहब का बहुत सम्मान करता हूं। अगर कई लोग नामांकन दाखिल करेंगे तो अच्छी बात है और लोगों को भी विकल्प मिलेगा। मैंने किसी को नीचा दिखाने के लिए ऐसा नहीं किया है। हमें एक साथ काम करने की जरूरत है। मुझे लगता है कि वे हमारी पार्टी के भीष्म पितामह हैं।

कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने शुक्रवार को कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने के बाद कहा, मुझे 50 लोगों का समर्थन मिला है। थरूर ने कहा, यह आंकड़ा 60 तक होगा क्योंकि एक और जगह से फॉर्म आ रहा है। बकौल थरूर, देश के 12 राज्यों के कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उनकी मदद की।

बता दें कि शशि थरूर के बाद कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए अपना नामांकन दाखिल किया। कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद ने कहा कि सब लोगों ने उनको(मल्लिकार्जुन खड़गे) अपना समर्थन दिया है। समर्थन मिलने पर ही कोई चुनाव में खड़ा होता है। शशि थरूर ने एक परंपरा को मजबूत करने का प्रयास किया है। उन्होंने कहा है कि इससे कांग्रेस मजबूत होगी। जो भी सफल हो कांग्रेस जीतेगी। बता दें कि कांग्रेस के कुल 30 नेताओं ने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष के चुनाव के लिए मल्लिकार्जुन खड़गे के नाम का प्रस्ताव रखा है।

कांग्रेस सांसद और अध्यक्ष पद के उम्मीदवार मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि मैं उन सभी नेता, कार्यकर्ता, प्रतिनिधी और राज्यों के नेताओं का शुक्रिया करता हूं जो मेरे साथ मेरे नामांकन के समय मौजूद रहे। 17 अक्टूबर को चुनाव के नतीजे आएंगे और मुझे उम्मीद है की मैं यह चुनाव जीतूंगा।

वहीं, झारखंड कांग्रेस नेता के.एन. त्रिपाठी ने कहा कि मैंने आज पार्टी अध्यक्ष पद के लिए अपना नामांकन दाखिल किया है। पार्टी नेताओं का जो भी निर्णय होगा उसका सम्मान करेंगे।

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राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि हमारे वरिष्ठ नेताओं ने मिलकर खड़गे जी के नामांकन (कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए) के संबंध में निर्णय लिया है, मैं उनके लिए प्रस्तावक बनूंगा। हम कांग्रेस को मजबूत करने की कोशिश कर रहे हैं। सभी नेताओं और कार्यकर्ताओं में उत्साह है। मल्लिकार्जुन खड़गे के अनुभव का लाभ पूरी कांग्रेस को मिलेगा। हमें इस बात की बहुत खुशी है। कांग्रेस सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि मल्लिकार्जुन खड़गे द्वारा कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए नामांकन दाखिल करने के निर्णय का स्वागत करता हूं। हमें उम्मीद है कि वे चयनित होंगे। हरियाणा से (भूपिंदर सिंह) हुड़ा साहब और मैंने प्रस्तावक के तौर पर उनके नामांकन पत्र पर हस्ताक्षर किए हैं।

कांग्रेस संचार प्रभारी जयराम रमेश ने कहा कि कांग्रेस पार्टी में जो कुछ हो रहा है वह साइडशो है, मुख्य भारत जोड़ो यात्रा है, यह कहानी है। यह भारतीय राजनीति का परिवर्तन है, यह कांग्रेस पार्टी का परिवर्तन है।

वहीं, चुनाव के लिए कांग्रेस के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार शशि थरूर के घोषणापत्र में भारत का एक विकृत नक्शा दिखाया गया है, जो डॉ थरूर के घोषणापत्र से बाहर किए गए जम्मू-कश्मीर का हिस्सा है।

अनिल विज का तंज
कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव पर हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि ये (कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव) कांग्रेस की अपनी लड़ाई है। हमें इससे कुछ लेना-देना नहीं है। हम तो बस इतना जानते हैं कि जो कुछ भी हो रहा है, ये बस नौटंकी करवा रहे हैं। राजस्थान के खेल के रचयिता यही(गांधी परिवार) हैं। कुल मिलाकर ये(गांधी परिवार) यही चाहते हैं कि कोई भी सामने ना आए और आखिर में ये हमारे सिर पर ही जिम्मेदारी आए। ये सिर्फ लोगों को बताने के लिए है कि हम गांधी परिवार से अलग अध्यक्ष बनाना चाहते हैं।

गौरतलब है कि नॉमिनेशन का वक्त करीब आते-आते दिग्विजय दौड़ से बाहर हो गए। कांग्रेस दफ्तर के सामने प्रमोद तिवारी ने मीडिया के सामने दावा किया कि दिग्गी खड़गे के प्रस्तावक बनेंगे यानी अध्यक्ष पद का चुनाव नहीं लड़ेंगे। खड़गे गांधी फैमिली की पसंद हैं यानी कांग्रेस के ऑफिशियल कैंडिडेट।

प्रमोद तिवारी ने कहा कि मैं कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव के लिए मल्लिकार्जुन खड़गे का प्रस्तावक बनने जा रहा हूं। BJP अपनी आंख खोलो और देखो की कांग्रेस में चुनाव होता है आपके यहां नहीं होता…दिग्विजय सिंह कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हैं और उन्होंने निर्णय लिया है कि वे खड़गे जी के प्रस्तावक बनेंगे। उनको मैं प्रणाम करता हूं। गांधी परिवार ने इस चुनाव में कुछ दखल नहीं दिया।

मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के नेता दिग्विजय सिंह ने कहा कि वे (मल्लिकार्जुन खड़गे) कांग्रेस के वरिष्ठ नेता है और मैं उनका काफी आदर भी करता हूं इसलिए मैंने तय किया है कि मैं उनका (नामांकन भरने में) समर्थन करुंगा।

बता दें कि नामांकन से पहले राजस्थान कांग्रेस नेता सचिन पायलट के समर्थक AICC कार्यालय के बाहर इकट्ठा हुए। एक समर्थक ने कहा कि हम सचिन पायलट को राजस्थान के मुख्यमंत्री के रूप में देखना चाहते हैं। ये हमारी मांग है। अगर कांग्रेस में जमीनी नेता उतपन्न नहीं होंगे तो कांग्रेस का ये ही बंटाधार होता रहेगा।

दिग्विजय सिंह की उम्मीदवारी पर कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा कि मैं दोपहर में (कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए नामांकन) दाखिल करने जा रहा हूं। हम सब एक ही कांग्रेस विचारधारा को साझा करते हैं। हम चाहते हैं कि पार्टी मजबूत हो।ये कोई प्रतिद्वंद्विता नहीं है। यह मित्रतापूर्ण मकाबला होने जा रहा है।

कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा कि जब वे (मल्लिकार्जुन खड़गे) अपना नामांकन दाखिल करेंगे तब मैं उस पर कुछ कह सकूंगा। वे पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं और मेरा उनके साथ बहुत अच्छे संबंध हैं। जब आप किसी दौड़ में हिस्सा लेते हैं तो आप पूरे आत्मविश्वास के साथ दौड़ते हैं।

कांग्रेस पार्टी के केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण के अध्यक्ष मधुसूदन मिस्त्री ने कहा कि शशि थरूर और शायद मल्लिकार्जुन खड़गे आकर नामांकन दाखिल करेंगे। यह लाकतांत्रिक प्रक्रिया है और हर 5 साल में होती थी। पहले सह संवेदी उम्मीदवार होता था इसलिए मतदान नहीं होता था। इस बार अधिक लोग नामांकन करना चाहते हैं इसलिए हम (चुनाव के लिए) तैयार हैं। शशि थरूर ने 11:25 तक आने के लिए कहा था और दिग्विजय सिंह ने 11-11:30 की बीच में नामांकन दाखिल करने के लिए कहा था।

बता दें कि दिग्विजय और शशि थरूर से पहले राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत को इस दौड़ में सबसे आगे माना जा रहा था लेकिन राजस्थान कांग्रेस विधायक दल की बैठक नहीं हो पाने के कारण गहलोत अब पार्टी हाईकमान की नजरों से उतर गए हैं। इसलिए उन्होंने सोनिया गांधी से मुलाकात के बाद खुद को इस दौड़ से अलग कर लिया है। बता दें कि कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए 17 अक्टूबर को मतदान होगा और 19 अक्टूबर को परिणाम घोषित किया जाएगा।

मल्लिकार्जुन खड़गे 8 बार के विधायक, दो बार लोकसभा सांसद एक बार राज्यसभा सांसद रहे हैं। वे सिर्फ 2019 में लोकसभा चुनाव हारे हैं। खड़गे दलित नेता हैं। वे कर्नाटक के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री भी रह चुके हैं।

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