Unnao में बसपा के राष्ट्रीय कोर्डिनेटर आकाश आनंद ने उम्मीदवार अशोक पांडेय के समर्थन में की जनसभा, बोले- युवाओं की नौकरी छीनकर राशन दे रही BJP

उन्नाव में बसपा के राष्ट्रीय कोर्डिनेटर आकाश आनंद ने उम्मीदवार अशोक पांडेय के समर्थन में की जनसभा

Unnao में बसपा के राष्ट्रीय कोर्डिनेटर आकाश आनंद ने उम्मीदवार अशोक पांडेय के समर्थन में की जनसभा, बोले- युवाओं की नौकरी छीनकर राशन दे रही BJP

उन्नाव, अमृत विचार। बसपा एकमात्र ऐसी पार्टी है, जो धन्नासेठों के बजाए मिशनरी कार्यकर्ताओं के सहयोग से अपनी आर्थिक जरूरतें पूरी करती है। समाजवादी पार्टी जहां परिवार के लोगों को जनप्रतिनिधि बनाती है। वहीं सबसे अधिक 60 वर्ष तक केंद्र में काबिज रही कांग्रेस पार्टी ने सत्ता में रहते कभी एससी, एसटी व ओबीसी आदि को जनसुविधाएं मुहैया कराने की आवश्यता नहीं समझी।

इसी तरह भाजपा साल में करीब 12 हजार रुपए का राशन देकर कम से कम ढाई लाख रुपए सालाना आय वाली नौकरी न देकर वोट कब्जियाना चाहती है, वास्तव में यही गुजरात माडल है। इसलिए किसी के बहकावे में आए, बाबा साहब का मिशन पूरा करने के लिए बसपा प्रत्याशी को जिताकर लोकसभा पहुंचाना है।

बता दें शहर स्थित रामलीला मैदान (साकेत धाम) में बसपा के राष्ट्रीय कोर्डिनेटर आकाश आनंद ने पार्टी के उम्मीदवार अशोक कुमार पांडेय के समर्थन में आयोजित जनसभा में कही। उन्होंने कैडर (बसपा के मूल कार्यकर्ताओं) को आगाह किया कि नीला गमछा डालकर मिशन से भटकाने वालों से सावधान रहकर मतदान में हिस्सा लेना चाहिए। युवा कार्यकर्ताओं से पार्टी के मतदाताओं को भ्रमित करने वाले बहुरुपियों की चप्पलों से जमकर पिटाई करने की सलाह भी दी।

कहा महंगाई कम करने और कालाधन वापस लाने के वादे पर फेल रहने वालों को अब तीसरी बार वोट देने की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि पकौड़ा तलने को रोजगार बता चुके लोग आगे सत्ता में आकर हाथ में कटोरा थमाकर भीख मांगने को भी रोजगार घोषित कर देंगे। देश की आधी आबादी यानी 80 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन उपलब्ध करा दुनिया के सामने भारत का मान गिराया जा चुका है।

चुनावी वादे के मुताबिक सरकार ने दो करोड़ युवाओं को रोजगार मुहैया कराया होता, तो यह नौबत नहीं आती। नोटबंदी के बाद भी कलाधन वापस नही आ सका, क्योंकि सबसे अधिक कालाधन वापस लाने का दावा करने वालों के पास ही था। उन्होंने आरोप लगाया कि डिजिटल इंडिया का नारा देने वाली सरकार ने शिक्षा को बदहाल बनाया है। इसीलिए सरकारी स्कूलों में कंप्यूटर तक नहीं उपलब्ध कराए गए है। सरकारी स्कूलों के बच्चे सामान्य जोड़-घटना के साथ अंग्रेजी के शब्द नहीं बोल पाते हैं।

युवाओं से मुखातिब होते हुए कहा कि भाजपा सरकार पेपर लीक करा रही है, वैसे ही इस चुनाव में उनका वोट भी लीक करके दिखा दीजिए। साथ ही भाजपा प्रत्याशी से पिछले 10 वर्षों के कार्यकाल का हिसाब मांगने की सलाह भी दी। उन्होंने सवाल किया कि आखिर सपा चलाने वालों का पूरा परिवार चुनाव क्यों लड़ता है? क्या यादवों सहित ओबीसी व अन्य वर्गों में इस पार्टी को उम्मीदवार नहीं मिलते?

इसी तरह कांग्रेस को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि 60 वर्षों तक केंद्र में सत्तारूढ़ रहते हुए आखिर कभी बाबा साहब के अनुयायियों की सुधि क्यों नहीं आई। उन्होंने प्रदेश की मुख्यमंत्री रहते मायावती द्वारा बालिकाओं की बेहतरी के लिए चलाई गई योजनाएं भी गिनाईं।

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