दुष्कर्म पीड़ित दिव्यांग युवती को मिलेगी सरकार से मदद , हुई थी हैवानियत का शिकार

दुष्कर्म पीड़ित दिव्यांग युवती को मिलेगी सरकार से मदद , हुई थी हैवानियत का शिकार

गाज़ियाबाद , अमृत विचार। सामूहिक दुष्कर्म का शिकार बनी दिव्यांग युवती कि मदद को यूपी प्रशासन से मदद दी जायेगी। इसको लेकर जिलाधिकारी ने तैयार की गयी रिपोर्ट को जल्द ही शासन स्तर भेजने की तैयारी पूरी कर ली है। बताते चलें कि धोखाधड़ी के आरोपित की बहन से सामूहिक दुष्कर्म का मामला सामने आया …

गाज़ियाबाद , अमृत विचार। सामूहिक दुष्कर्म का शिकार बनी दिव्यांग युवती कि मदद को यूपी प्रशासन से मदद दी जायेगी। इसको लेकर जिलाधिकारी ने तैयार की गयी रिपोर्ट को जल्द ही शासन स्तर भेजने की तैयारी पूरी कर ली है। बताते चलें कि धोखाधड़ी के आरोपित की बहन से सामूहिक दुष्कर्म का मामला सामने आया था। 31 मार्च की रात को दिव्यांग युवती को आरोपियों ने अगवा किया और दो दिन तक उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म करते रहे।

कविनगर थाना क्षेत्र में हुए इस सामूहिक दुष्कर्म की पीड़िता दिव्यांग युवती को इलाज और विधिक खर्च के लिए अब सात लाख रुपये मिलेंगे। मिली जानकारी के अनुसार यह आर्थिक सहायता उत्तर प्रदेश रानीलक्ष्मीबाई महिला एवं बाल सम्मान कोष से पीड़िता को मिलेगी। इसको लेकर पीड़िता की मां ने डीएम को अर्जी देकर आर्थिक सहयोग का अनुरोध किया था।

13 जून को पीड़िता की मां ने डीएम को अर्जी देकर आर्थिक सहायता का अनुरोध किया था। इसको लेकर 20 जून को जिला संचालन समिति ने सात लाख रुपये की आर्थिक सहायता दिए जाने का प्रस्ताव बनाया।

इस समिति में डीएम के अलावा एसपी सिटी, सीएमओ, जिला प्रोबेशन अधिकारी और संयुक्त चिकित्सालय की एक महिला चिकित्सक सदस्य हैं। जिला संचालन समिति ने त्वरित गति से पूरी रिपोर्ट के आधार पर प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजने की तैयारी पूरी कर ली है। जिला प्रोबेशन अधिकारी विकास चंद्र ने बताया कि आर्थिक सहायता की रिपोर्ट आवश्यक प्रक्रिया का पालन करते हुए जल्द ही शासन को भेज दी जाएगी।

गौरतलब है कि इस घटना को लेकर शासन बेहद गंभीर है। मिली जानकारी के अनुसार शासन स्तर से इस प्रकरण की पूरी रिपोर्ट मांगी गई है। कुछ और पुलिस अधिकारियों की कार्यप्रणाली को लेकर जांच हो सकती है। बता दें कि धोखाधड़ी के आरोपित की बहन से सामूहिक दुष्कर्म के मामले में लापरवाही बरतने के आरोप में एसएचओ कविनगर आनंद प्रकाश मिश्र व दारोगा इच्छाराम निलंबित हो चुके हैं। एडीजी जोन राजीव सभरवाल ने इस प्रकरण की जांच हापुड़ पुलिस से कराई थी, जांच रिपोर्ट के आधार पर एसएसपी मुनिराज जी ने दोनों को निलंबित करते हुए उक्त के खिलाफ विभागीय जांच के आदेश दिए हैं।

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